बेटी-बेटे में नहीं फर्क, दोनों को पढ़ाएं और बढ़ाएं
बालिका दिवस पर हल्द्वानी में कई कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मौके पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि आज बेटी व बेटे में कोई फर्क नहीं है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डीएम सविन बंसल ने कहा कि आज बेटी व बेटे में कोई फर्क नहीं है। बेटियां अपनी मेहनत से सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से ऊंचाइयां छू रही हैं। इसलिए बेटी हो या बेटा, दोनों को पढ़ाने के साथ ही आगे बढ़ाना चाहिए।
बालिका दिवस पर शुक्रवार को डीएम कैंप कार्यालय में जिला सेवायोजन विभाग की ओर से आयोजित कॅरियर काउंसलिंग व गाइडेंस शिविर का आयोजन किया गया था। बालिकाओं को सुरक्षा, पोषण के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने इंटरमीडिएट व ग्रेजुएट कर चुकीं छात्राओं को सीडीएस, एनडीए, पैरामिलैट्री फोर्स में कॅरियर के बारे में बताया। उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित किया और कहा कि विद्यार्थी काल में अनेक चुनौतियां आती हैं। आत्मविश्वास व धैर्य के साथ सामना करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। इस दौरान आइटीबीपी कमांडेंट मुकेश यादव, एसएसबी कमांडेंट आरके त्रिपाठी, मेजर विवेक साह, मेजर साधना, डिप्टी कमाडेंट जगमोहन उपाध्याय, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी आरएस धपोला, स्क्वाड्रन लीडर हिमानी पांडे ने कॅरियर के बारे में पूरी जानकारी दी।
उधर रामनगर में बालिका दिवस के मौके पर संयुक्त चिकित्सालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान अस्पताल में जन्मी बच्चियों को गर्म कपड़े भी वितरित किए गए। चिकित्सालय में आयोजित गोष्ठी में सीएमएस डा. बीडी जोशी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। महिला चिकित्सक डा.अर्चना कौशिक ने कहा कि लड़के और लड़की में कतई भेदभाव न किया जाए। लड़किया आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने अस्पताल में पैदा हुई कन्या शिशुओं के अभिभावको से उनका भलीभांति पालन पोषण करने को कहा। इस दौरान चिकित्सक डा. प्रशात कौशिक, रीता सागुड़ी, प्रकाश रौतेला, प्रभा पाडे, मनीषा खुल्बे मौजूद रहे।