श्मशान घाट में भरभरा के गिर गई निर्माणाधीन विश्रामगृह की छत, मलबे में फंसे दो ग्रामीण
श्मशान घाट के निकट बनाया जा रहा विश्राम गृह भरभरा कर धराशाई हो गया। मलबे में दो ग्रामीण दब गए। चीख-पुकार के बाद बमुश्किल घंटे भर की मशक्कत के बाद दोनों को मलबे से बाहर निकाला गया। एक को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
संवाद सहयोगी, गरमपानी : बेतालघाट ब्लॉक के धनियाकोट गांव के समीप बोई गधेरे में श्मशान घाट के निकट बनाया जा रहा विश्राम गृह भरभरा कर धराशाई हो गया। मलबे में दो ग्रामीण दब गए। चीख-पुकार के बाद बमुश्किल घंटे भर की मशक्कत के बाद दोनों को मलबे से बाहर निकाला गया। प्राथमिक उपचार के बाद एक को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
ग्राम पंचायत निधि से शवदाह स्थल के समीप ही बारिश से बचने के लिए विश्राम घर का कार्य निर्माणधीन है। बीते दिनों में छत डालने के बाद शुक्रवार को लाभांशु सिंह व पंकज सिंह निर्माणाधीन विश्राम गृह को देखने पहुंचे। बीते दिनों हुई बारिश के चलते छत में काफी पानी जमा हो गया पर दोनों ने इसका ध्यान नहीं दिया जैसे ही दोनों निर्माणाधीन भवन की छत के नीचे लगी बल्लीयां हटाई तो एक-एक विश्रामगृह की छत भरभरा के दोनों के ऊपर गिर गई। दोनों मलबे में फंस गए। छत के गिरने की आवाज सुन आसपास के लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। दोनों को मलबे से बाहर निकालने की का कार्य शुरू किया गया।
करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद मलबे में फंसे दोनों को बाहर निकाला गया। निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों का प्राथमिक उपचार किया। पंकज को प्राथमिक उपचार के बाद हाइट सेंटर रेफर कर दिया गया। समय रहते दोनों को ग्रामीणों ने मलबे के ढेर से बाहर निकाल लिया और बड़ा हादसा टल गया।
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