कोरोना से जंग लड़ने के बाद एक से काम पर लौटेंगे मेयर, एक सप्ताह परिवार सहित एसटीएच में रहे भर्ती
महापौर डा. रौतेला कोरोना संक्रमित होने के बाद एसटीएच में भर्ती हो गए थे। इसके बाद उनकी पत्नी व मां भी संक्रमित हो गई थी। सभी एसटीएच में भर्ती थे। कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मेयर उनकी पत्नी व मां को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना का असर अभी खत्म नहीं हुआ है। अभी भी रह-रहकर लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। नगर निगम हल्द्वानी के महापौर डा. जोगेंद्र रौतेला भी परिवार सहित कोरोना की चपेट में आ गए थे। अब वह कोरोना से जंग लड़कर वापस घर पहुंच गए हैं। अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। एक फरवरी से वह काम पर लौट आएंगे।
महापौर डा. रौतेला कोरोना संक्रमित होने के बाद डा. सुशीला तिवारी कोविड अस्पताल में भर्ती हो गए थे। इसके बाद उनकी पत्नी व मां भी संक्रमित हो गई थी। सभी को उपचार के लिए एसटीएच में भर्ती कर दिया गया। चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि स्वास्थ्य में सुधार होने और कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मेयर, उनकी पत्नी व मां को डिस्चार्ज कर दिया गया है। डा. रौतेला ने कहा कि वह अब स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। एक फरवरी से काम पर लौट आएंगे।
खुद को फिट रखने के लिए बीमारी से ध्यान हटाना जरूरी
डा. रौतेला कहना था कि संक्रमित होने से ही तनाव होने लगता है, लेकिन समय पर जांच व उपचार मिलने से आराम मिलने लगा। खुद को मानसिक रूप से फिट रखने के लिए बीमारी से ध्यान हटाया। स्वजनों भी प्रेरित किया। अस्पताल में डाक्टर व स्टाफ का पूरा सहयोग मिला।
वैक्सीनेशन के साथ ही बचाव जरूरी
महापौर ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन आ गई है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लग रही है। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है।