जून से ठेका कंपनी चलाएगी रामनगर का संयुक्त चिकित्सालय
सरकार ने रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय को जून से निजी हाथों में देने का फैसला ले लिया है।
त्रिलोक रावत, रामनगर: सरकार ने संयुक्त चिकित्सालय को जून से निजी हाथों में देने का फैसला लिया है। ऐसे में यहा कार्यरत सारे स्टाफ को हटाकर अन्य चिकित्सालयों में समायोजित किया जाएगा। स्टाफ को उनकी पसंद के अस्पतालों में तैनाती देने का प्रयास होगा।
रामनगर संयुक्त चिकित्सालय अब कॉसमॉस हॉस्पिटल मुरादाबाद चलाएगा। राज्य सरकार ने अस्पताल को ठेके पर देने के लिए टेडर कराया था। चिकित्सालय के सीएमएस बीडी जोशी ने बताया कि अन्यत्र समायोजन के लिए स्टाफ से पाच विकल्प मागे गए है। अभी सरकार की ओर से चिकित्सालय को ठेका कंपनी को सौंपने का पत्र नहीं मिला है, लेकिन जून से चिकित्सालय को ठेका कंपनी चलाएगी। हर माह होगा दो करोड़ का भुगतान
रामनगर : राज्य सरकार ने चिकित्सालय को करीब 96 करोड़ रुपये में चार साल के लिए ठेके पर दिया है। यह पैसा सरकार को स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए विश्व बैंक से मिला है। सरकार चिकित्सालय संचालन के लिए ठेका कंपनी को हर माह दो करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। ठेका कंपनी अपने चिकित्सक व कर्मचारी तैनात कर चिकित्सालय चलाएगी। चिकित्सालय में सिटी स्कैन व आइसीयू यूनिट भी बनाई जाएगी। सरकार की ओर से सीएमएस रखेंगे नजर
रामनगर : संयुक्त चिकित्सालय में सरकार निगरानी के लिए एक सीएमएस रखेगी। एक फार्मासिस्ट व एक कार्यालय कर्मचारी भी सरकारी रहेगा। विश्व बैंक की निगरानी टीम चिकित्सालय में रोजाना स्वास्थ्य सेवा की टोह लेगी। टीम बिना बताए नदारद रहने पर चिकित्सक का चार दिन तक दो-दो हजार व उसके बाद 16 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन काटेगी। ठेका कंपनी नहीं रखेगी यूजर चार्ज
रामनगर: चिकित्सालय को मिलने वाला सुविधा शुल्क सरकार के पास ही जाएगा। मरीजों के लिए जो सुविधा वर्तमान में है, वह आगे भी चलती रहेगी।