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सड़कों की बदहाली पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, चक्काजाम

ग्रामीणों के तेवर देख अधिकारियों ने गुणवत्ताविहीन पैंच भरान कराने वाले ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए डीएम को संस्तुति भेजने का भी भरोसा दिलाया। इस पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। करीब आधा घंटे बाद जाम खोला गया।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 04 Jan 2022 05:25 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jan 2022 05:25 PM (IST)
सड़कों की बदहाली पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, चक्काजाम
ठेकेदारों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर बमुश्किल मामला शांत हो सका।

जागरण संवाददाता, मानिला (रानीखेत): सल्ट क्षेत्र में सड़कों की बद्तर हालत पर ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया। गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया। पैंसिया बैंड पर चक्काजाम कर वाहनों की आवाजाही ठप कर दी। प्रदर्शनाकारियों को समझाने पहुंचे विभागीय अधिकारियों को भी गुस्सा झेलना पड़ा। हंगामे के बीच ग्रामीणों ने घेराव कर भड़ास निकाली। संबंधित ठेकेदारों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर बमुश्किल मामला शांत हो सका। 

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सल्ट विकासखंड की खस्ताहाल सड़कों की गुणवत्तापरक मरम्मत को बार बार आवाज बुलंद किए जाने के बावजूद विभाग ने नहीं सुनी तो ग्रामीण मंगलवार को सड़क पर उतर आए। आक्रोषित ग्रामीण पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण रावत व पूर्व सैनिक लीग के प्रदेश महासचिव घनानंद शर्मा की अगुआई में नारेबाजी करते हुए रामनगर डोटियाल मानिला स्टेट हाईवे से लगे आंतरिक पैंसिया बैंज पर जुटे। उन्होंने बदहाल सड़कों के सुधारीकरण में हीलाहवाली व पेंचवर्क की घटिया गुणवत्ता का आरोप लगा हंगामा काटा। जाम लगा दिया गया ग्रामीणों ने सड़कों की बदहाली के लिए प्रशासन, लोनिवि व पीएमजीएसवाई को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। 

लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति  के आश्वासन पर माने 

चक्काजाम व हंगामे की सूचना पर तहसीलदार ललित मोहन तिवारी, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता हेम चंद्र पंत व लोनिवि के सहायक अभियंता सतनाम सिंह मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों के साथ वार्ता का दौर शुरू हुआ। ग्रामीणों के तेवर देख अधिकारियों ने गुणवत्ताविहीन पैंच भरान कराने वाले ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए डीएम को संस्तुति भेजने का भी भरोसा दिलाया। इस पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। करीब आधा घंटे बाद जाम खोला गया।  

सहायक अभियंता सतनाम सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने ठेकेदारों पर गुणवत्ताविहीन कार्यों का आरोप लगाए हैं। जांच कर कार्रवाई कीक जाएगी। जिलाधिकारी को ऐसे ठेकेदारों के लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति भी करेंगे। फरवरी में तापमान बढ़ने पर पुनः पैंच भरान का कार्य शुरू किया जाएगा।


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