Pithoragarh Disaster : धारचूला के गलाती और खुम्ती में दस पुल, एक होटल, दो वाहन बहे
सोमवार की रात्रि को बादल फटने से तहसील क्षेत्र में खुम्ती से लेकर धारचूला तक भारी तबाही मची है। गलाती और खुम्ती में दस पुल बह गए हैं।
धारचूला, जेएनएन : सोमवार की रात्रि को बादल फटने से तहसील क्षेत्र में खुम्ती से लेकर धारचूला तक भारी तबाही मची है। गलाती और खुम्ती में दस पुल बह गए हैं। खुम्ती की तरफ से आने वाले नाला प्रवाह बदल कर कालिका बाजार की तरफ आ गया। एक विशाल चट्टान के बीच में होने से प्रवाह बदल गया अन्यथा कालिका को खतरा पैदा हो चुका था। गलाती में ग्राम सभा नागलिंग का पंचायत भवन बह गया है।
सोमवार की रात्रि को बादल फटने से हुई भारी बारिश हुई। सुबह गलाती और खुम्ती , घटखोला नाले ने तबाही मचा दी । कालिका में ग्राम प्रधान नारायण सिंह का मकान खतरे में आ गया। मकान की नींव हिल गई । कालिका में रू प सिंह तितियाल, गणेश सिंह की गौशाला और बकरीबाड़ा बह गया। जानवरों को बचा लिया गया। गलाती में नर लाल की गौशाला ध्वस्त हो गई और दो दुधारु गाय बह गई। गलाती नाले में बनाए गए अस्थाई पुल बह गए।सैलपानी में मदन सिंह का मकान और होटल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मदन सिंह को भारी नुकसान हुआ है।
कालिका खुम्ती मार्ग में कोटेला नामक स्थान पर भूमि धंस कर खुम्ती नाले में पहुंचने से ताल बनी हुई है। खुम्ती के रौलपानी में प्रताप सिंह का चाय का ढाबा बह गया है और तीन तीन पहिया वाहन और पांच पैदल पुल भी बह गए हैं। दौलत सिंह की स्कूटी, भपेंद्र सिंह की बाइक बही हैं। नागलिंग में जोगा राम की दो गौशाला ध्वस्त हुई । सात बकरियां, दो गाय, दो बैल आपदा की भेंट चढ़ चुके हैं। नीतिश नगन्याल, सोहन लाल, गणेश राम, सुखदेव राम, संदीप राम, फकीर राम, बहादुर सिंह, विनोद सिंह के मकानों पर मलबा भर गया है।
धारचूला में राजकीय इंटर कालेज भवन के पीछे खड़ी पहाड़ी कोटेला नामक स्थान पर दरार पड़ चुकी है। मानाखेत नाले में भारी मलबा आ चुका है। जिसका मलबा धारचूला के निकट तक आया है। सुबह गलाती नाले के ऊफान पर आने से गलाती में अफरा तफरी मच गई । खुम्ती के बजानी तोक में दो पैदल पुल बह गए हैं। दो सौ मीटर पैदल मार्ग बह गया है। गांव में दशहत का माहौल बना हुआ है। धारचूला नगर के शीर्ष से बहने वाले घटखोला नाले में एक पैदल पुल बह गया है दूसरे पुल को खतरा बना हुआ है।
धारचूला की दोनों पेयजल लाइन ध्वस्त
धारचूला नगर की जलापूर्ति गलाती - धारचूला और घटखोला - धारचूला पेयजल योजना से होती है। दोनों पेयजल लाइन ध्वस्त हो चुकी हैं। नगर में जलापूर्ति ठप है। तहसील प्रशासन ने क्षति के आंकलन के लिए नायब तहसीलदार अनीता बिष्ट और राजस्व निरीक्षक हुकुम सिंह धामी के नेतृत्व में दो टीम गठित कर दी गई हैं। एसडीएम एके शुक्ला तहसील बंगापानी की आपदा का निरीक्षण करने मेतली गए हैं।कालिका से धारचूला तक हाईवे में आधा दर्जन स्थानों तक मलबा आया है।