टैक्सी चालकों का सोमवार से संचालन बंद करने का एलान, जानिए क्या हैंं मांगें
लॉकडाउन की वजह से दो माह तक बेरोजगार रहने के बाद शासन ने राहत दी तो ट्रिप के बाद चालकों को 14 दिन क्वारंटाइन करने की व्यवस्था से चालक-संचालक परेशान हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना संक्रमण काल का असर टैक्सी कारोबार पर भी अत्यधिक पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से दो माह तक बेरोजगार रहने के बाद शासन ने राहत दी तो ट्रिप के बाद चालकों को 14 दिन क्वारंटाइन करने की व्यवस्था से चालक-संचालक परेशान हैं। उन्होंने रविवार तक चालकों के लिए क्वारंटाइन व्यवस्था खत्म नहीं होने पर सोमवार को चक्के जाम करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही शासन से एक साल तक का टैक्स व इंश्योरेंस में छूट देने की मांग भी उठायी है।
शुक्रवार को जिले भर के टैक्सी चालक व यूनियनों के पदाधिकारी हल्द्वानी टैक्सी स्टैंड में एकजुट हुए। उन्होंने कहा कि जिले में करीब 10 हजार लोग टैक्सी कारोबार से जुड़े हैं। गर्मी का सीजन पर ही उनकी साल भर की आस टिकी रहती है। इन महीनों में पर्यटक आने से होने वाली आय से वाहनों की किश्त, टैक्स, चालक-मालिक के परिवार का खर्चा चलता है। इस साल सीजन की शुरुआत में ही कोरोना की वजह से सरकार ने लॉकडाउन कर दिया। दो माह बाद सरकार ने फंसे हुए लोगों को लाने व छोड़ने के लिए टैक्सी चालकों को छूट दी। वहीं ट्रिप से लौटने के बाद चालक को 14 दिन के क्वारंटाइन की गाइडलाइन बना दी। सरकार के इस आदेश ने दो माह से आर्थिक संकटों से जूझ रहे टैक्सी कारोबारियों की दिक्कतें और बढ़ा दी हैं। क्वारंटाइन होने से भय से चालक बुकिंग मिलने पर भी जाने से घबरा रहे हैं।
इस दौरान काठगोदाम टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विक्रम अधिकारी, हल्द्वानी टैक्सी यूनियन के उपाध्यक्ष मुकेश भट्ट, कुमाऊं टैक्सी यूनियन के उपाध्यक्ष कुर्बान अली जाफरी, करतार सिंह, शंकर सन्नी, विनोद साहू, सरताज सिद्दीकी, हरबजन सिंह, शिव प्रकाश, प्रेम सिंह व परमजीत सिंह समेत कई टैक्सी मालिक व चालक मौजूद रहे।
मकान मालिक बना रहे कमरा खाली करने का दबाव
हल्द्वानी टैक्सी यूनियन के उपाध्यक्ष मुकेश भट्ट ने बताया कि ट्रिप पूरी होने के बाद टैक्सी चालकों के घर पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच रही है। घर के बाहर क्वारंटीन होने का पोस्टर लगा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर के 60 फीसद चालक किराये का मकान लेकर रहते हैं। घर पर टीमें आने व पोस्टर से मकान मालिक व आसपड़ोसी संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। परिवार के सदस्यों को भी मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। कई चालकों पर मकान मालिक ने कमरा खाली करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
बाहरी प्रदेशों के टैक्सी चालक काट रहे चांदी
काठगोदाम टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विक्रम अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड सरकार के आदेशों से स्थानीय टैक्सी चालकों का कारोबार ठप हो चुका है। वहीं इसका फायदा उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा से आने वाले चालकों को मिल रहा है। वहां की सरकारों ने टैक्सी चालकों को क्वारंटाइन होने की बाध्यता नहीं की है। क्वारंटाइन होने से भय से स्थानीय टैक्सी चालक बाहर जाने से डर रहे हैं, वहीं बाहर से यात्रियों को लेकर आ रहे चालक यहां से भी बुकिंग लेकर दोतरफा फायदा उठा रहे हैं।
जांच के लिए आने को तैयार
काठगोदाम टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विक्रम अधिकारी का कहना है कि बुकिंग में जाने वाले चालकों को क्वारंटाइन होने की बाध्यता खत्म की जानी चाहिए। इसके बजाय प्रशासन चालकों को दो से तीन दिन के अंतराल में जांच के लिए बुलाए तो पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। इससे चालकों के स्वास्थ्य की जांच भी हो जाएगा और कारोबार पर भी आसर नहीं पड़ेगा।