नैनीताल नगर पालिका में महत्वपूर्ण कुर्सियां खाली होने से कर वसूली प्रभावित
राज्य में दूसरी सबसे पुरानी नगर पालिकाओं में शुमार नैनीताल पालिका बुरे दौर से गुजर रही है। सेवारत व रिटायर कर्मचारियों के वेतन-पेंशन के भुगतान में कभी सांप टेढ़ा तो कभी बिल टेढ़ा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : राज्य में दूसरी सबसे पुरानी नगर पालिकाओं में शुमार नैनीताल पालिका बुरे दौर से गुजर रही है। सेवारत व रिटायर कर्मचारियों के वेतन-पेंशन के भुगतान में कभी सांप टेढ़ा तो कभी बिल टेढ़ा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। आलम यह है कि केंद्रीयकृत कर्मचारियों के पद रिक्त होने की वजह से कर वसूली प्रभावित हो रही है तो वेतन-पेंशन के अलावा कूड़ा वाहनों के लिए डीजल पेट्रोल के बजट उपलब्ध होने के बाद चेक काटने में पेंच फंस गया है।
जिला मुख्यालय की नगर पालिका वित्तीय के साथ ही कार्मिकों की कमी से उपजे झंझट झेल रही है। यहां कर अधीक्षक से लेकर कर निरीक्षक, लेखा लिपिक समेत अन्य केंद्रीय सेवाओं के कार्मिकों के पद रिक्त होने से कामकाज बुरी तरह प्रभावित है। कामचलाऊ माध्यम से कामकाज निपटाया जा रहा है। वेतन-पेंशन के लिए अक्सर पालिका की झोली खाली रहती है, मगर इस बार बजट है मगर चेक काटने के लिए जवाबदेह कार्मिकों की तैनाती नहीं है। यदि समय पर डीजल का भुगतान नहीं हुआ तो रोजाना हल्द्वानी कूड़ा भेजने की गाडिय़ों के पहिये थम सकते हैं।
रिक्तियों पर एक नजर
रिक्त पद
अधिशासी अधिकारी गेड-तीन-एक
सहायक अभियंता सिविल-एक
प्रशासनिक अधिकारी-एक
प्रधान सहायक-दो
वरिष्ठ सहायक-एक
लेखाकार-एक
सहायक लेखाकार-एक
मुख्य सफाई निरीक्षक-एक
सफाई निरीक्षक-एक
कर एवं राजस्व अधीक्षक-एक
कर एवं राजस्व निरीक्षक-दो
मानचित्राकार-एक
लेखा लिपिक-तीन
क्या कहते हैं जिम्मेदार
ईओ अशोक कुमार वर्मा का कहना है किनगर पालिका में केंद्रीयकृत सेवाओं के कार्मिकों के पद रिक्त हैं। कामचलाऊ व्यवस्था के तहत कामकाज निपटाया जा रहा है। यदि महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती होती तो और बेहतर तरीके से कामकाज होता। निदेशक को इस संबंध में जानकारी दी गई है। जल्द ही तैनाती होने की उम्मीद है। कर्मियों की कमी से कामकाज बाधित नहीं हुआ है। निदेशक शहरी विकास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि नैनीताल नगर पालिका में केंद्रीय कृत सेवा के कर्मियों के रिक्त पदों का मामला संज्ञान में है। जल्द ही तैनाती की जाएगी। व्यवस्थाओं को बाधित नहीं होने दिया जाएगा।