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एक अप्रैल से लेकर 15 मई तक कुमाऊं से 1.85 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य

आगामी रबी खरीद सत्र में कुमाऊं से 1.85 लाख मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी। गढ़वाल की अपेक्षा यह पांच गुना अधिक है। गेहूं खरीद के लिए कुमाऊं में 194 क्रय केंद्र बनाए जाएंगे। खरीद एक अप्रैल से शुरू होकर 15 मई तक चलेगी।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 08:13 AM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 08:13 AM (IST)
एक अप्रैल से लेकर 15 मई तक कुमाऊं से 1.85 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य
एक अप्रैल से लेकर 15 मई तक कुमाऊं से 1.85 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : आगामी रबी खरीद सत्र में कुमाऊं से 1.85 लाख मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी। गढ़वाल की अपेक्षा यह पांच गुना अधिक है। गेहूं खरीद के लिए कुमाऊं में 194 क्रय केंद्र बनाए जाएंगे। खरीद एक अप्रैल से शुरू होकर 15 मई तक चलेगी। जरूरत पडऩे पर इसे 30 जून तक बढ़ाया जा सकता है।

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कुमाऊं में ऊधमसिंहनगर, नैनीताल जिले के साथ चम्पावत जिले के तराई में क्रय केंद्र हैं। ऊधमसिंहनगर जिले में 158, नैनीताल व चम्पावत जिलों में 36 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। कुमाऊं में सर्वाधिक 138 क्रय केंद्र राज्य सहकारी विपणन संघ के हैं। इसके अलावा खाद्य आपूर्ति विभाग के 30, भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के सात, नैफेड के 19 खरीद केंद्र हैं। किसानों को ई-खरीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। चयनित संस्थाएं पंजीकृत किसानों से ही खरीद कर सकेंगे।

आठ लाख से अधिक बोरे वितरित

गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्रों पर तैयारी शुरू हो गई है। आरएफसी कुमाऊं एलएम रयाल ने बताया कि 8.50 लाख बोरे क्रय केंद्रों को उपलब्ध करा दिए हैं। अन्य जो भी जरूरत होगी उसे भी पूरा कराया जाएगा।

समर्थन मूल्य बढऩा किसान हित में

सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल तय किया है। पिछले वर्ष की तुलना में यह 50 रुपये अधिक है। इसके अलावा प्रदेश सरकार 20 रुपये बोनस देगी। प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा का कहना है कि समर्थन मूल्य बढऩा किसान हित में है। सरकारी केंद्रों की तरफ किसानों का आकर्षण बढ़ेगा।

लक्ष्य के अनुरूप खरीदेंगे 

संभागीय खाद्य नियंत्रक कुमाऊं एलएम रयाल ने बताया कि क्रय केंद्रों को एक अप्रैल से शुरू करने को कहा गया है। समर्थन मूल्य बढऩे से सरकारी खरीद केंद्रों को किसानों को खुले बाजार से अच्छा दाम मिलेगा। उम्मीद है हम लक्ष्य के अनुरूप खरीदारी कर लेंगे।

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