दस साल की बिटिया के नाम खोल सकते हैं सुकन्या खाता, बचत की आदत जरूरी NAINITAL NEWS
डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि येाजना को शुरू हुए करीब पांच साल बीत गए हैं। आज भी कई लोगों को योजना की सही जानकारी नहीं है।
हल्द्वानी, जेएनएन : डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि येाजना को शुरू हुए करीब पांच साल बीत गए हैं। आज भी कई लोगों को योजना की सही जानकारी नहीं है। बुधवार को दैनिक जागरण प्रश्न पहर में आए हल्द्वानी मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर चंद्रशेखर परगांई ने पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए बताया कि जन्म से दस साल तक की बच्ची के नाम सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है। मंदी के दौर में छोटी बचत योजनाएं भविष्य के लिए मददगार साबित हो सकती हैं।
सुकन्या योजना में हर साल ब्याज परिवर्तित होता है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में सुकन्या योजना पर 8.4 फीसद ब्याज देय है। परगांई ने बताया कि वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये से अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। 15 साल की अवधि तक राशि जमा करानी होती है। बिटिया की उम्र 18 साल पूरे होने पर 50 फीसद राशि शादी या उच्च शिक्षा के लिए आहरित की जा सकती है। पूरी राशि योजना शुरू होने के दिन से 21 साल की अवधि पूरी होने पर परिपक्व होती है। शादी होने पर 21 साल की अवधि से पहले भी धनराशि आहरित की जा सकती है। आयकर की धारा 80सी के तहत योजना में निवेश राशि पर टैक्स में छूट देय होती है।
ब्याज पर भी ब्याज दे सकती है एमआइएस
एमआइएस यानी मासिक आय योजना डबल लाभ देने वाली है। पांच साल की बचत योजना में वर्तमान में 7.6 प्रतिशत ब्याज देय है। एक व्यक्ति 4.5 लाख रुपये तक इस योजना में जमा करा सकता है। परिवार के नाबालिग सदस्य के नाम भी खाता खोला जा सकता है। एमआइएस में मासिक ब्याज मिलता है। ब्याज की राशि को आरडी कर दिया जाए तो ब्याज पर भी ब्याज लेकर दोहरा लाभ लिया जा सकता है।
वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ब्याज
वरिष्ठ नागरिक जमा योजना (एससीएसएस) में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को 8.6 फीसद ब्याज मिलता है। रिटायर्ड सैनिक 50 साल की उम्र पार करने के बाद वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में आ जाते हैं।
जन्म कुंडली से खोल सकते हैं खाता
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र या कुंडली दी जा सकती है। साथ में अभिभावक का पहचान व पता प्रूफ करने वाला डॉक्यूमेंट देना होगा।
संशय होने पर पार्सल अस्वीकार करें
ऑनलाइन सामान खरीदने पर पत्थर, साबुन, लकड़ी का टुकड़ा निकलने की शिकायत आए दिन आते रहती है। पोस्टमास्टर परगांई ने कहा कि इससे बचने के लिए नामी कंपनियों से ही सामान मंगाएं। पार्सल, कोरियर की सील खुली होने का संशय होने पर डिलीवरी लौटा दें। ग्राहक को इसका अधिकार रहता है।
इन्होंने लिया परामर्श
आरसी पांडे नैनीताल, प्रकाश सिंह कालाकोटी कमलुवागांजा, हेमंत गौनिया हल्द्वानी, प्रमोद तिवारी हल्द्वानी, बीना देवी रामनगर, चित्रा अग्रवाल हल्द्वानी, महेंद्र सैनी रामनगर, दीपक जोशी कालाढूंगी आदि।