मेडिकल कालेज हल्द्वानी 15 डाक्टरों ने किया ज्वाइन, सात ने लिया समय
प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि नवंबर में 110 डाक्टरों के चयन के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी। इनमें 25 डाक्टरों का चयन किया गया था। प्रो. जोशी ने बताया कि इन डाक्टरों की नियुक्ति संविदा पर तीन साल के लिए की गई है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के लिए 25 डाक्टरों का चयन हुआ था। इनमें से 15 डाक्टरों ने ज्वाइन कर लिया है और सात डाक्टरों ने ज्वाइन करने के लिए एक से दो माह का समय मांगा है। प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि नवंबर में 110 डाक्टरों के चयन के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी। इनमें 25 डाक्टरों का चयन किया गया था। प्रो. जोशी ने बताया कि इन डाक्टरों की नियुक्ति संविदा पर तीन साल के लिए की गई है। सभी डाक्टरों के ज्वाइन करने के बाद काफी हद तक राहत मिलेगी।
स्थायी नियुक्ति न होने से दिक्कत
मेडिकल कालेज में अधिकांश डाक्टर संविदा पर ज्वाइन करना नहीं चाहते हैं। अगर ज्वाइन कर भी लेते हैं तो दूसरे कालेज में स्थायी नियुक्त होने के बाद चले जाते हैं। इसकी वजह से डाक्टरों की कमी बनी रहती है।
समयबद्ध प्रमोशन न होना भी मुसीबत
राज्य में मेडिकल कालेजों में समयबद्ध प्रमोशन की भी व्यवस्था नहीं है। कई बार डाक्टर प्रमोशन पाने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं। इसके बाद शासन स्तर पर प्रमोशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है। राज्य में सही व स्पष्ट नीति न होने की वजह से भी डाक्टर ज्वाइन करने में घबराते हैं।
स्टाफ का है संकट
कोरोना संक्रमण तेजी से बढऩे रहा है। जिले में इलाज के लिए अस्थायी कोविड अस्पताल व डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय भी है, लेकिन पर्याप्त स्टाफ नहीं है। डाक्टरों की संख्या आधी भी नहीं है।अस्थायी कोविड अस्पताल व एसटीएच में 31 मरीज भर्ती हो गए हैं। जबकि सात दिन पहले आठ मरीज भर्ती थे। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। मेडिकल कालेज में डाक्टरों के 300 पद स्वीकृत हैं। इसमें सीनियर रेजिडेंट असिस्टेंट, एसोसिएट व प्रोफेसर शामिल हैं। वर्तमान में 166 डाक्टर ही कार्यरत हैं।