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अध्यक्ष पर कार्रवाई के लिए हरदा से मिले प्रदेश उपाध्यक्ष

लंबे समय से यूथ कांग्रेस में गुटबाजी का दौर चल रहा है। संगठन के चुनाव कार्यकर्ताओं के मतदान से होते हैं। तीन साल पहले हुए चुनाव में कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत के बेटे व सल्ट ब्लाक प्रमुख विक्रम सिंह रावत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए थे।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 10:46 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 10:46 AM (IST)
अध्यक्ष पर कार्रवाई के लिए हरदा से मिले प्रदेश उपाध्यक्ष
पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने को शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई करनी चाहिए।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कांग्रेस की यूथ विंग का विवाद अब पूर्व सीएम व चुनाव संचालन समिति अध्यक्ष हरीश रावत के पास पहुंच चुका है। प्रदेश उपाध्यक्ष संग रामनगर में हरदा से मिलने पहुंचे पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर चुनाव लड़कर संगठन में पदाधिकारी बने लोगों का उत्पीडऩ करने में जुटे हैं। बागेश्वर, हरिद्वार के बाद अब नैनीताल जनपद में मनमानी की जा रही है। ऐसे में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने को शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई करनी चाहिए।

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लंबे समय से यूथ कांग्रेस में गुटबाजी का दौर चल रहा है। संगठन के चुनाव कार्यकर्ताओं के मतदान से होते हैं। तीन साल पहले हुए चुनाव में कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत के बेटे व सल्ट ब्लाक प्रमुख विक्रम सिंह रावत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए थे। लेकिन कुछ समय बाद उन्हें हटाकर सुमित्तर भुल्लर को अध्यक्ष बना दिया गया। पिछले हफ्ते सुमित्तर ने हेमंत साहू को हल्द्वानी महानगर अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद से मामला तूल पकड़ गया। विरोध में अभी तक जिले व नगर कार्यकारिणाी के 14 पदाधिकारी इस्तीफा सौंप चुके हैं। पूर्व सीएम से अध्यक्ष की शिकायत करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस ने कहा कि प्रदेश की जिम्मेदारी मिलने के बाद से भुल्लर मनमर्जी में जुटे हैं।

पहले बागेश्वर और फिर हरिद्वार जिलाध्यक्ष को हटा दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज होकर ऊधम सिंह नगर जिलाध्यक्ष, छह विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष व कई ग्राम प्रधान और वार्ड मेंबर भी इस्तीफा दे चुके हैं। ऋषिकेश और हल्द्वानी में मनोनयन को लेकर नगर, जिले व प्रदेश कार्यकारिणी से कोई राय न लिया जाना हिटलरशाही को दर्शाता है। लिहाजा, शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश अध्यक्ष पर लगाम कसनी चाहिए। 

इस दौरान रामनगर विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष गोपाल सिंह अधिकारी, हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष त्रिलोक सिंह कठायत, जिला महासचिव राहुल कांडपाल और नरेंद्र सिंह, जिला सचिव प्रमोद कुमार के अलावा आसिफ अली, सईद अख्तर, हर्षित पांडे, प्रशांत मनराल, लक्की विश्वकर्मा, रामपाल यादव, अनिल राज, जसकरण सिंह, रमनप्रीत सिंह, हेमंत कुमार, मो. रेहान, खलील वारसी, राहुल सक्सेना, गौरव बंगारी, हर्षित उप्रेती समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। 


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