सीएम आवास घेरेंगे राज्य आंदोलनकारी, उक्रांद ने गैरसैंण, भूृृृृृृृ-कानून के साथ आरक्षण के मुद्दे पर खोला मार्चा
उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने स्थायी राजधानी गैरसैंण व भूकानून के मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है। वहीं उत्तराखंड गठन में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारियों को दस फीसद क्षैतिज आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर उछाला है।
जागरण संवाददाता, द्वाराहाट (अल्मोड़ा) : चुनावी सीजन में राज्य की तीसरी ताकत बनने को छटपटा रहे उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने स्थायी राजधानी गैरसैंण व भूकानून के मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है। वहीं उत्तराखंड गठन में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारियों को दस फीसद क्षैतिज आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर उछाला है। साथ ही देहरादून में आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने की मांग उठाते हुए राज्य सरकार का पुतला फूंक प्रदर्शन किया। आठ अगस्त को सीएम आवास के घेराव का ऐलान भी किया।
राज्य आंदोलनकारी मंगलवार को बारिश के बीच सड़क पर उतर उतर आए। मुख्य चौराहा पर भाजपा सरकार के खिलाफ गुबार निकाला। राज्य आंदोलनकारियों के शोषण का आरोप लगाते हुए बीती 14 जुलाई को देहरादून में दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने पर जोर दिया।
उन्होंने हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में कड़ा भूकानून बनाए जाने की पुरजोर वकालत करते हुए आंदोलनकारियों को एक समान पेंशन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तर्ज पर सुविधाएं आदि मुद्दे भी उठाए। आरोप लगाया कि सत्तापक्ष उत्तराखंड की मूल अवधारणा, जनभावनाओं व अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने में नाकाम साबित हो रही है। वक्ताओं ने कहा कि उक्रांद पहाड़ की ज्वलंत समस्याओं व गैरसैंण स्थायी राजधानी के मुद्दे पर अब चरणबद्ध आंदोलन चलाएगा। इस दौरान कैलाश फुलारा, मोहन चंद्र तिवारी, मनोज अधिकारी, बीरेंद्र बजेठा, बिपिन पंत, चंद्रप्रकाश उपाध्याय, किसन नेगी, गोपाल रौतेला, दान सिंह आदि मौजूद रहे।