मुफ्त बिजली, पानी के लिए नहीं मांगा था उत्तराखंड, शहीदों का अपमान कर रही राजनीतिक पार्टियां : कुंवर
विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां मुखर हो गई हैं। विशेषकर फ्री की बिजली पानी देने के दावे किए जा रहे। राज्य आंदोलनकारी हुकम सिंह कुंवर ने इसे शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा कि इस समय देशभर में मजबूत भू कानून की मांग उठ रही है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां मुखर हो गई हैं। विशेषकर फ्री की बिजली, पानी देने के दावे किए जा रहे। राज्य आंदोलनकारी हुकम सिंह कुंवर ने इसे शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कुंवर का कहना है कि आंदोलनकारियों ने मडुवा झंगोरा खाएंगे उत्तराखंड बनाएंगे व जय बद्री जय केदार उत्तराखंड दे सरकार जैसे नारों के साथ लड़ाई लड़ी। कई लोग शहीद हो गए।
कुंवर ने कहा कि राज्य निर्माण के 21 साल बाद सत्ता पाने के लिए राजनैतिक दल बिजली, पानी फ्री देने की बात कह रहे हैं। शहीदों के सपनों को भुला दिया गया है। किसी भी पार्टी ने शहीदों के सपनों की राजधानी गैरसैंण बनाने, पलायन व बेरोजगारी खत्म करने व बुनियादी सुविधाओं के विकास की बात नहीं कही। हिमाचल की तर्ज पर सशख्त भू कानून देने की बात पर पार्टियां चुप हैं। जबकि इस समय देशभर में मजबूत भू कानून की मांग उठ रही है।
हमारे पूर्वजों ने बिजली, पानी की परवाह नहीं की
राज्य आंदोलन हुकम सिंह कुंवर ने कहा है कि हमारे पूर्वजों ने बिजली, पानी की कभी परवाह नहीं की। नदी, नालों से पानी पीया। चीड़ के छिलकों की रोशनी की। सत्तारूढ़ भाजपा समेत सभी विपक्षी दल मुफ्त बिजली, पानी के चक्कर में राज्य को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। राजधानी, पलायन, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई जैसे मुद्दे हाशिए में डाल दिए हैं। कुंवर ने नए नारे दिए हैं, नहीं चाहिए मुफ्त बिजली पानी, रोको रोको पलायन और जवानी। आज दो अभी दो गैरसैंण राजधानी दो। राज्य में धारा 371 लागू हो, हर घर को रोजगार दो।