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गायक गोविंद दिगारी और लिटिल रॉक स्‍टार दक्ष कार्की के लोक गीतों पर झूमा हल्‍द्वानी

दैनिक जागरण की हल्द्वानी यूनिट की स्थापना के 16वीं वर्षगांठ पर आयोजित उत्सव में आखिरी शाम कुमाऊंनी लोक संगीत की मिठास घुली।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 12:36 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 12:36 PM (IST)
गायक गोविंद दिगारी और लिटिल रॉक स्‍टार दक्ष कार्की के लोक गीतों पर झूमा हल्‍द्वानी
गायक गोविंद दिगारी और लिटिल रॉक स्‍टार दक्ष कार्की के लोक गीतों पर झूमा हल्‍द्वानी

हल्द्वानी, जेएनएन : दैनिक जागरण की हल्द्वानी यूनिट की स्थापना के 16वीं वर्षगांठ पर आयोजित उत्सव में आखिरी शाम कुमाऊंनी लोक संगीत की मिठास घुली। गायक गोविंद दिगारी व मास्टर दक्ष कार्की ने लोक गीतों की प्रस्तुति से जहां आयोजन को यादगार बनाया। वहीं, दिल छू लेने वाली प्रस्तुतियों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

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नैब संस्था की छात्रा बीना भाकुनी ने तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है, मेरी मां..मातृ वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की। नैब की ही चांदनी आर्य ने ए वतन तेरे लिए, हम जीएंगे हम मरेंगे...तराना ने घुघुती न बासा...सुनाकर देशप्रेम व लोक की मिठास घोली। दक्ष कार्की ने अपने पिता के लोकप्रिय गीत सुण ले दिगडिय़ा बात सुणी जा..व उतरैणी कौतिक लागि रो सरयू का बगड़ में सुनाकर स्व. पप्पू कार्की की याद ताजा कर दी। इसके बाद मंच पर उतरे गोविंद दिगारी ने कुमाऊंनी, हिंदी व सूफी गीतों की जुगलबंदी से आयोजन में चार चांद लगाए। घुघुती न बासा..नित खैर मंगा सोडिया मैं तेरी.., छपेली गीत लाली हो लाली होसिया पधानी लाली.. जागर गीत चैत की चैतवाल..सुनाकर माहौल में रंगत घोल दी। दिगारी के के लेखौं आपण हिया क हाल, जाणि कैले बणायो माया क जाल..गीत को भी काफी पसंद किया गया। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक व रंगकर्मी हेमंत बिष्ट ने बेहतरीन मंच संचालन से आयोजन को यादगार बनाया।

इस अवसर पर अष्टादशभुजा महालक्ष्मी मंदिर के सोमेश्वर यति महाराज, विधायक राजेश शुक्ला, एमडी केएचआरसी डॉ. जेएस खुराना, सुभाष गुप्ता, विवेक अग्रवाल, अमित चौहान, प्रकाश, डॉ. लक्ष्मीकांत, बीएसएनएल के डीजीएम गणेश चंद्रा, राज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमीश्नर विनय प्रकाश ओझा, संजय अग्रवाल गोलू, महेन्द्र अधिकारी, दयाल शरण शर्मा, प्रवीन्द्र रौतेला, अनिल जोशी सहित अन्य लोग मौजूद रहे। 

लोक के बोल पर युवा कदमों की थिरकन

लोक गीत-संगीत दोनों से लोगों का विशेष जुड़ाव रहता है। जागरण उत्सव में भी यही नजारा दिखा। गायक गोविंद दिगारी ने जब एक के बाद एक कुमाऊंनी गीतों की प्रस्तुति दी तो दर्शक खुद को रोक नहीं पाए। लोक गीतों की धुन पर युवक-युवतियों ने खूब ठुमके लगाए। बुजुर्गों ने भी लोकगीतों को खासा पसंद किया।

कवियों व कलाकारों का सम्मान

दैनिक जागरण के महाप्रबंधक डॉ. राघवेंद्र चड्ढा व वुडहिल के निदेशक विवेक भाटी ने दक्ष कार्की व गायक गोविंद दिगारी और कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने वाले नैब संस्था के बच्चों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके बाद सभी आगंतुक कवियों प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। 

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