पिथौरागढ़ में एसएसबी के डीआइजी ने किया नेपाल सीमा का भ्रमण, नेपाली अधिकारियों संग की बैठक
डीआइजी एमएम कांडपाल ने भारत नेपाल सीमा का निरीक्षण किया। झूलाघाट में अंतरराष्ट्रीय झूला पुल पर नेपाल सशस्त्र बल और नेपाल पुलिस के साथ बैठक कर आपसी सहयोग और समन्वय बनाने पर चर्चा की। सीमा पर निरीक्षण के दौरान एसएसबी के जवानों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : एसएसबी के उप महानिरीक्षक ने नेपाल सीमा का निरीक्षण करते हुए बल के जवानों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर झूलाघाट में नेपाल के सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर आपसी समन्वय पर चर्चा की गई ।
गुरु वार को एसएसबी मुख्यालय रानीखेत से पहुंचे डीआइजी एमएम कांडपाल ने भारत नेपाल सीमा का निरीक्षण किया। झूलाघाट में अंतरराष्ट्रीय झूला पुल पर नेपाल सशस्त्र बल और नेपाल पुलिस के साथ बैठक कर आपसी सहयोग और समन्वय बनाने पर चर्चा की। सीमा पर निरीक्षण के दौरान एसएसबी के जवानों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने भारत नेपाल सीमा पर एसएसबी कंपनी का निरीक्षण करने के अलावा काली नदी किनारे स्थित गांव गिठीगड़ा, सिमपानी, सिमलखर्क , तालेश्वर के ग्रामीणों के साथ मुलाकात की और सीमा का निरीक्षण किया। डीआइजी ने ग्रामीणों से सीमा पर अवांछनीय गतिविधि नजर आने पर इसे एसएसबी के साथ साझा करने को कहा।
एसएसबी ने ग्रामीणों से कहा कि आप भी सुरक्षा प्रहरी हैं। कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत एसएसबी के साथ सूचना साझा करिए। जिससे कि किसी प्रकार की अवैध गतिविधि या अनहोनी को टाला जा सके।
वहीं सीमा पर तैनात जवानों कोविड से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने के साथ सजग रहते मुश्तैदी के साथ ड्यूटी करने को कहा। कहा कि आने वाल बारिश के सीजन में घुसपैठिए व तस्कर मौसम का फायदा उठाकर गलत हरकतों को अंजाम देते हैं। एेसे में आने वाले समय में अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।बाद में अंतरराष्ट्रीय झूला पुल पर स्थित एसएसबी के कक्ष में नेपाल सशस्त्र बल के निरीक्षक छविराम दरमाली, नेपाल पुलिस के थाना इंचार्ज दान सिंह धामी, 55 वीं वाहिनी एसएसबी के टूवाइसी आरके राजेश्वरी, कंपनी इंचार्ज इंस्पेक्टर रणवीर सिंह , कस्टम अधिकारी दिलीप सिंह के साथ बैठक की। बैठक में दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच आपसी सहयोग और समन्वय पर चर्चा की गई। आपस में तालमेल बनाने को कहा गया।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें