गरीबी से तंग धावक अनीता के घर पहुंचे खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा, पिता बनकर आया हूं
खेल मंत्री अरविंद पांडेय आर्थिक तंग के दौर से गुजर रही 24 वर्षीय एथलीट अनीता के घर उनसे मिलने पहुंचे और हस संभव मदद का भरोसा दिया।
काशीपुर (ऊधमसिंह नगर) जेएनएन : मंत्री बनकर नहीं बल्कि एक बेटी का पिता बनकर आया हूं। एक बेहतर खिलाड़ी के सपने को इस तरह मरते नहीं देख सकता। रविवार को खेल मंत्री अरविंद पांडेय के ये अल्फाज सुन आर्थिक तंग के दौर से गुजर रही धावक अनीता की आंखें छलक आईं।
मानपुर रोड स्थित 24 वर्षीय एथलीट अनीता एक कुशल धावक हैं। राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। अब तक वह 400, 800 और 1500 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं। इस दौरान कई बार परिवार की कमजोर माली हालत सफलता के रास्ते में रोड़ा बनी मगर अनीता के हौसलों और जुनून के आगे मुश्किलें बौनी रहीं। पिता बलवीर सिंह चॉक पर मिट्टी के दीये बनाते हैंं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अनीता को नौकरी के लिए लिखित रूप से वादा भी किया लेकिन हुआ कुछ नहीं।
रविवार को जब खेल मंत्री अरविंद पांडेय उसके घर पहुंचे तो अनीता की आंखें छलक आईं। बताया कि वह देश के लिए खेलकर नाम रोशन करना चाहती है, लेकिन माली हालत कमजोर होने से कठिनाइयां आ रही हैं। मंत्री ने परिवार का हौसला बढ़ाने के साथ ही खिलाड़ी को भी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस मौके पर उनके साथ पूर्व सांसद बलराज पासी भी थे।
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