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जमरानी बांध परियोजना के डूब क्षेत्र के ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट शुरू nainital news

जमरानी बांध परियोजना के डूब क्षेत्र में आने वाले ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट (एसआइए) शुरू हो गया है। विशेषज्ञों की टीम ने बुधवार को हैड़ाखान क्षेत्र का दौरा किया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 11:47 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 11:47 AM (IST)
जमरानी बांध परियोजना के डूब क्षेत्र के ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट शुरू nainital news
जमरानी बांध परियोजना के डूब क्षेत्र के ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट शुरू nainital news

हल्द्वानी, जेएनएन : जमरानी बांध परियोजना के डूब क्षेत्र में आने वाले ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट (एसआइए) शुरू हो गया है। विशेषज्ञों की टीम ने बुधवार को हैड़ाखान क्षेत्र का दौरा किया। टीम गुरुवार से डोर-टू-डोर सर्वे शुरू करेगी। वहीं, प्रशासन व जमरानी बांध परियोजना के अफसर भी गुरुवार को ग्रामीणों का साथ बैठक करेंगे।

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ग्रामीणों का सर्वे का काम पूरा, अब होगा पुनर्वास

डूब क्षेत्र में आने वाले ग्रामीणों का सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब इनका पुनर्वास किया जाना है। पुनर्वास से पहले ग्रामीणों का सोशल इंपैक्ट असेसमेंट किया जा रहा है। परियोजना के अधीक्षण अभियंता संजय शुक्ल ने बताया कि एसआइए की जिम्मेदारी नोएडा की मेनटेक कंपनी को दी गई है। ये टीम लारा एक्ट के तहत विस्थापितों की मौजूदा सुविधाओं के साथ ही सांस्कृतिक व सामाजिक परिवेश का पता लगाकर पुनर्वास के दौरान उसी परिवेश को बनाए रखना सुनिश्चित करेगी। इसमें विस्थापितों की संस्कृति, रीति-रिवाज, रहन-सहन, पहनावा, दिनचर्या, रोजगार के साधन, कृषि उपज, जातियां, उपजातियां, रिश्ते-नाते आदि का अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

20 मार्च तक चलेगा एसआइए का काम

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बुधवार से शुरू हुआ एसआइए का काम 20 मार्च तक चलेगा। 21 मार्च को एसआइए की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। इसमें सर्वप्रथम कंपनी के विशेषज्ञ घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। इसके बाद सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट बनायी जाएगी। इसके बाद विस्थापित होने वाले लोगों की पुनर्वास के लिए सहमति ली जाएगी। फिर सामने आने वाली आपत्तियों व शिकायतों पर सुनवाई की जाएगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट बनाकर उसे सार्वजनिक किया जाएगा। 

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