13 रजिस्टर रखने से मिलेगी मुक्ति, अब स्मार्ट फोन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रखेंगी रिकॉर्ड
रजिस्टर में लेखा-जोखा रखने से चार जिलों की आंगनबाड़ी को अब मुक्ति मिलेगी। उन्हें स्मार्ट फोन से लैस किया जाएगा।
नैनीताल (जेएनएन) : डिजिटल इंडिया की दिशा में सरकार ने एक और कदम बढ़ाया है। इसके तहत अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट वर्किंग सिखाई जाएगी। जिसके बाद रजिस्टर में लेखा-जोखा रखने से चार जिलों की आंगनबाड़ियो को मुक्ति मिल सकेगी। राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत इन आंगनबाड़ियों को स्मार्ट फोन से लैस किया जा रहा है। नेट के माध्यम से यहां कार्यरत सहायिका बच्चों को खाना खिलाते समय सेल्फी लेकर निदेशालय को भेजेंगी। इसके साथ ही होम विजिट व स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सत्र की फोटो भी निदेशालय के ग्रुप में भेजनी होंगी।
राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत प्रदेश में चार जिलों का प्रथम चरण में चयन किया गया है। इनमें ऊधम¨सहनगर के अलावा हरिद्वार, चमोली और उत्तरकाशी शामिल हैं। इन जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जल्द स्मार्ट फोन दिए जाएंगे। योजनाओं में पारदर्शिता के चलते सरकार ने यह कदम उठाया है। ऊधम¨सहनगर की बात करें तो यहां 2387 आंगनबाड़ी संचालित हैं। इन सभी में कार्यकर्ताओं को उन 13 रजिस्टरों से मुक्ति मिल जाएगी, जिसमें वे आंगनबाड़ी का लेखा-जोखा रखती थी। इन फोन में कैश साफ्टवेयर इनबिल्ड होगा, जिससे वे निदेशालय को फोटो शेयर करेंगी। आंगनबाड़ी में बच्चों की संख्या भी फोटो के जरिये दिखानी होगी।
यहां बता दें कि नीति आयोग ने भी इस दिशा में सुझाव दिए हैं। अब स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। इनके फोटो भी साफ्टवेयर में शेयर करने होंगे। इसके साथ ही होम विजिट के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फोटो कैश साफ्टवेयर पर भेजने होंगे। जल्द इसके लिए मास्टर ट्रेनर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रे¨नग देंगे। प्रथम चरण में ऊधम¨सहनगर के साथ ही हरिद्वार, चमोली और उत्तरकाशी का चयन किया गया है। दूसरे चरण में नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों को शामिल किया जाएगा।