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Almora Oximeter Dispute : ऑक्सीमीटर खरीद प्रकरण पर बैठाई जांच, मशीनें दे रही गलत रीडिंग

Almora Oximeter Dispute विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान के कड़ा रुख अपनाने पर जिले के सभी 11 विकासखंडों में आमजन को बांटे गए 3975 ऑक्सीमीटर वापस मंगा लिए गए हैं। किरकिरी से बचने को जांच शुरू कर दी गई। मौके पर कई मशीनें खराब पाई गईं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 09:26 PM (IST)
Almora Oximeter Dispute : ऑक्सीमीटर खरीद प्रकरण पर बैठाई जांच, मशीनें दे रही गलत रीडिंग
1 ब्लॉक क्षेत्रों के लिए 22 लाख रुपये की लागत से 4000 ऑक्सीमीटर खरीदे गए थे।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : कोरोना से जंग के बीच पल्स ऑक्सीमीटरों की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद हलकान प्रशासन ने जांच बैठा दी है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान के कड़ा रुख अपनाने पर जिले के सभी 11 विकासखंडों में आमजन को बांटे गए 3975 ऑक्सीमीटर वापस मंगा लिए गए हैं। किरकिरी से बचने को जांच शुरू कर दी गई। मौके पर कई मशीनें खराब पाई गईं। उपकरण बेचने वाली कंपनी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, इस पर डीएम की निगरानी में गठित अभिप्राप्ति कमेटी शुक्रवार को अपना फैसला लेगी।

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वैश्विक महामारी को मात देने के लिए विधायकों ने अपनी अपनी निधि से भारीभरकम रकम स्वीकृत की थी। ताकि प्रशासन समय रहते जरूरी उपकरणों की खरीद कर संसाधन जुटा सके। प्रशासनिक आंकड़ों पर गौर करें तो जनपद की छह विधानसभा के 11 ब्लॉक क्षेत्रों के लिए 22 लाख रुपये की लागत से 4000 ऑक्सीमीटर खरीदे गए थे। 943 आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों में बंटवाए भी गए। हवालबाग ब्लॉक में विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने खुद ऑक्सीमीटर बांटे थे। मगर बीते रोज गलत रीडिंग देने व काम न करने संबंधी शिकायत के बाद रघुनाथ ने सीडीओ को पत्र लिख संबंधित कंपनी का भुगतान रोकने व त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

खराब हैं अधिकांश पल्समीटर

मामला सुर्खियों में आने पर गुरुवार को डीएम नितिन सिंह भदौरिया की निगरानी में जांच कमेटी गठित की गई। 90 फीसद ऑक्सीमीटर ब्लॉक क्षेत्रों से वापस मंगा विकासभवन में जमा कराए गए। इनकी जांच करने पर ज्यादातर ऑक्सीमीटर गलत रीडिंग देते पाए गए। इस दौरान डीडीओ केके पंत, परियोजना अधिकारी शैलेंद्र बिष्टï, फार्मेसिस्ट मनोज कुमार आदि भी मौजूद रहे। जांच समिति में सीडीओ नवनीत पांडे, सीएमओ डा. सविता ह्यांकी, मुख्य कोषाधिकारी हेमंत गंगवार व ईई (लघु डाल) प्रदीप कुमार शामिल हैं।

ब्लॉकवार कहां कितने बांटे थे

भैंसियाछाना ब्लॉक में 208, हवालबाग 583, लमगड़ा 323, अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में 145 पल्स ऑक्सीमीटर बांटे गए थे। वहीं धौलादेवी में 224, स्याल्दे 343, सल्ट 360, रानीखेत नगर में 81, ताड़ीखेत 471, भिकियासैंण 267, ताकुला 237, द्वाराहाट 399 व चौखुटिया में 360 यानी कुल 3975 ऑक्सीमीटर वापस जिला मुख्यालय मंगा लिए गए हैं। शेष शुक्रवार तक जमा करा लिए जाएंगे।

अब द्वाराहाट विधायक ने प्रशासन को घेरा

द्वाराहाट विधायक महेश नेगी ने भी प्रशासन की घेराबंदी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर विधायक निधि से पांच लाख रुपये दिए गए थे। इस राशि से 750 ऑक्सीमीटर खरीदे गए। आरोप लगाया कि प्रशासन की कमेटी ने पहले खरीद प्रक्रिया में देरी की। फिर खरीदे भी गए तो ऑक्सीमीटर खराब निकले। ऑक्सीजन स्तर व पल्स रेट गलत दर्शाने से लोग मानसिक रूप से परेशान हो गए। उन्होंने खरीद प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। साथ ही ब्रांडेड उपकरणों की खरीद व विधायकों को विश्वास में लेने की भी वकालत की। कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने शासन को पत्र भी लिखा है।

सीडीओ नवनीत पांडे ने बताया कि सभी ब्लॉकों से ऑक्सीमीटर वापस मंगा लिए गए हैं। सभी की जांच की जा रही है। तमाम ऑक्सीमीटर में खराबी पाई गई है। इस संदर्भ में शुक्रवार को अधिप्राप्ति समिति की ओर से निर्णय लिया जाएगा। उसी आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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