UPSC Result 2020 : बागेश्वर के सिद्धार्थ ने तीसरी बार पास की यूपीएससी परीक्षा, वर्तमान मेें हैदराबाद में आइपीएस की ले रहे ट्रेनिंग
UPSC Result 2020 दो बार पहले भी वह यूपीएससी परीक्षा पास कर चुके हैं। तीन साल पहले उन्होंने परीक्षा 255 रैंक के साथ क्वालीफाई थी। उन्हेंं तब आइआरएस मिला। फिर 2019 की परीक्षा में उनकी रैंक में सुधार हुआ है और रैंक 163वीं रही इसमें उन्हेंं आइपीएस मिला।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : UPSC Result 2020 : अगर मन में कुछ कर गुजरने की ललक हो तो कुछ भी असंभव नही। ऐसा ही कुछ कर दिखाया। कांडा तहसील के भतोड़ा गांव के लाल सिद्धार्थ धपोला ने। उन्होंने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की। दुर्भाग्यवश वह इस बार भी वह बेहतर रैंक हासिल नहीं कर पाए। अभी भी उनका आइएएस बनने का सपना अधूरा ही रह गया है।
आशीष धपोला ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की। दो बार पहले भी वह यूपीएससी परीक्षा पास कर चुके हैं। तीन साल पहले उन्होंने परीक्षा 255 रैंक के साथ क्वालीफाई थी। उन्हेंं तब आइआरएस मिला। फिर 2019 की परीक्षा में उनकी रैंक में सुधार हुआ है और रैंक 163वीं रही, इसमें उन्हेंं आइपीएस मिला। पर उनका सपना आइएएस बनने का था। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान तैयारी करना नहीं छोड़ा। 2020 के परिणाम में उनकी रैंक 293वीं आयी। एक बार फिर वह आइएएस बनने से चूक गए।
सिद्धार्थ का भाई मल्टीनेशनल कंपनी में हैं, जबकि पिता आइटीबीपी दिल्ली में इंस्पेक्टर हैं। बेटे की उपलब्धि पर पिता समेत पूरे गांव में जश्न का माहौल है। पिता का कहना है वह जरूर एक दिन आइएएस बनेगा।
कांडा तहसील के भतोड़ा गांव निवासी विपिन चंद्र धपोला, मुन्नी धपोला के घर 25 जनवरी 1993 को जन्मे सिद्धार्थ बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। विपिन धपोला ने बताया कि बेटे को गांव के प्रति भी लगाव है वह साल में एक बार जरूर गांव जाता है। सिद्धार्थ का नैनीहाल दुग-नाकुरी तहसील के किरोली गांव निवासी गुमान सिंह गडिय़ा के वहां है।
केंद्रीय विद्यालय दिल्ली से किया इंटर
सिद्धार्थ धपोला की कक्षा एक से 12 तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय दिल्ली से हुई। इसके बाद उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियररिंग से बीटेक किया। इसके बाद सिविल सॢवसेज की तैयारी शुरू कर दी थी।