रोहिणी नक्षत्र व सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगा भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, जानिए और क्या खास होगा इस बार
Shri Krishna Janmashtami भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सोमवार 30 अगस्त को मनाया जाएगा। जन्माष्टमी पर इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ वृष राशि में चंद्रमा की मौजूदगी रहेगी। सर्वार्थ सिद्धि योग से यह दिन और खास हो रहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सोमवार 30 अगस्त को मनाया जाएगा। जन्माष्टमी पर इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ वृष राशि में चंद्रमा की मौजूदगी रहेगी। सर्वार्थ सिद्धि योग से यह दिन और खास हो रहा है। रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि का चंद्रमा और सर्वार्थ सिद्धि योग पूजन के साथ ही शुभ कार्य की शुरुआत के लिए बहुत विशेष दिन होने जा रहा है। श्री महादेव गिरी संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नवीन चंद्र जोशी के अनुसार द्वापर युग में जब श्री कृष्ण का जन्म हुआ था, तब भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र और बुधवार का दिन था। उस दिन चंद्र वृष राशि में स्थित था। यह संयोग इस साल भी बन रहा है।
इस तरह करें भगवान का पूजन
जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करना चाहिए। इसके लिए केसर मिश्रित दूध शंख में भरकर भगवान का अभिषेक करते हुए कृष्णम कृष्णाय नमः का जाप करें। साफ जल अर्पित करने के बाद बाल गोपाल को पीले वस्त्र धारण कराएं। फूल माला से भगवान का श्रृंगार करें। वैजयंती माला भगवान को काफी पसंद है। श्रीकृष्ण का तिलक करें। बाल गोपाल के साथ गौ माता की मूर्ति को भी पूजा करनी चाहिए। भगवान श्री कृष्ण को माखन मिश्री का भोग लगाएं। आरती करने के बाद परिवार जनों को प्रसाद वितरित करना चाहिए।
गोसेवा करने से मिलेगा फल
जन्माष्टमी पर किसी गोशाला में जाकर हरी घास और धन का दान करना चाहिए। अगर संभव हो सके तो जरूरतमंद लोगों को दूध भी का दान करें। सेवा से भगवान प्रसन्न होते हैं। जन्माष्टमी पर हल्द्वानी के प्राचीन श्री राम मंदिर, श्री आंवलेश्वर महादेव मंदिर, पटेल चौक स्थित पीपलेश्वर महादेव मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं। भगवान की झांकियां सजती हैं।