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बागेश्वर में सात मकान क्षतिग्रस्त, 21 लोग बेघर, 11 सड़कों पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित

अतिवृष्टि के कारण जिले के गरुड़ काफलीगैर और बागेश्वर तहसील में सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 21 लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने पड़ोसी के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में शरण ली है। इसके अलावा 11 सड़कों पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 07:11 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 07:11 PM (IST)
बागेश्वर में सात मकान क्षतिग्रस्त, 21 लोग बेघर, 11 सड़कों पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित
11 सड़कों पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में बारिश का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अतिवृष्टि के कारण जिले के गरुड़, काफलीगैर और बागेश्वर तहसील में सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 21 लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने पड़ोसी के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में शरण ली है। इसके अलावा 11 सड़कों पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है।

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अतिवृष्टि से तहसील गरुड़ के जैंसर निवासी मोहनी देवी पत्नी गिरीश चंद्र पांडे का आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। वह घर में अकेले रहती हैं। भतड़िया गांव की ममता देवी पत्नी हीरा सिंह मकान ध्वस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्यों ने ग्राम पंचायत के गणेश सिंह पुत्र प्रेम सिंह के मकान में शरण ली है। इसी गांव की जानकी देवी पत्नी कुंदन सिंह का मकान भी बारिश की भेंट चढ़ गया है। परिवार के छह सदस्यों ने गांव के नारायण सिंह पुत्र प्रेम सिंह के घर में शरण ली है। काफलीगैर तहसील में हुई अतिवृष्टि से जोशीपालड़ी गांव निवासी मनमोहन सिंह पुत्र नैन सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्य बेघर हो गए हैं। तहसील बागेश्वर के खुल्दौड़ी गांव में कौशल्या देवी पत्नी चंद्र सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्यों ने घर छोड़ दिया है।

जौलकांडे गांव में मुन्ना पुत्र नाथू राम का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्यों ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्राचीन में शरण ली है। इसी गांव के विनोद कुमार पुत्र मोहन राम का मकान भी बारिश की भेंट चढ़ गया है। उधर, दाड़िमखेत निवासी भूपाल सिंह पुत्र हीरा सिंह का बैल मछियाबगड़ गधेरे को पार करते समय बह गया है।

उधर, गरुड़-द्यौनाई, कपकोट-पोलिंग, भयूं-गढ़ेरा, कांडे-थपलिया-पैंसिया, बागेश्वर-दफौट, असों-बकसूना, कंधार-सिरमोली-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओलखसों, धपोली-जेठाई, कठपुड़ियाछीना, सिमगढ़ी मोटर मार्ग अतिवृष्टि के कारण आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। जिससे लगभग बीस हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बारिश के कारण सरयू और गोमती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में कपकोट में 55 और बागेश्वर में 20 एमएम बारिश रिकार्ड हुई है। कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित किए जा रहे हैं। पांच अगस्त तक बारिश होने की आशंका बताई गई है।


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