Coronavirus Lockdown : नौकरी गई, फिर मकान से निकाला, गाजियाबाद से नैनीताल पैदल पहुंची अनीता
कोरोना संक्रमण लोगों पर कहर बनकर टूटा है। सबकुछ ठप होने के कारण दूसरे राज्य में फंसे लोग हर हाल में अब घर पहुंचना चाह रहे हैं।
काशीपुर, जेएनएन : कोरोना संक्रमण लोगों पर कहर बनकर टूटा है। सबकुछ ठप होने के कारण दूसरे राज्य में फंसे लोग हर हाल में अब घर पहुंचना चाह रहे हैं। यही कारण है कि लॉकडाउन के 50 दिन पूरे होने पर हाईवे पर प्रवासियों की भीड़ देखी जा रही है। मीलों पैदल सफर कर लोग बस अपने घर पहुंच जाना चाहते हैं। काशीपुर निवासी अनीता की दास्तान भी कुछ ऐसी ही है। नैनीताल जिले की निवासी अनीता गाजियाबाद के एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती थी। लॉकडान के कारण जॉब चली गई। तो दुकानदार ने उधार राशन देना भी बंद कर दिया। मकान मालिक ने मकान छोड़ने के लिए दबाव बनाया तो संगीता सैकड़ों किमी पैदल सफर पर निकल पड़ीं। काशीपुर के उत्तराखंड - यूपी की सीमा पर सूर्या चौकी बॉर्डर उसने पुलिसकर्मियों से अपना दर्द साझा किया। जिसके बाद वहां बस से गृह जनपद भेजा गया।
नैनीताल जिले के कोटाबाग की रहने वाली अनीता अपने गांव से लगभग 350 किलोमीटर दूर गाजियाबाद में एक कम्पनी में जॉब करती थीं। मार्च में लॉक डाउन के चलते वह गाजियाबाद में ही फंस कर रह गईं। तब से लेकर अब तक वह गाजियाबाद से अपने गांव वापिस आने का इन्तजार कर रही थी। इस दौरान उसने करीब दो सप्ताह पूर्व आवेदन भी किया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार आर्थिक संकट के चलते मजबूर हुई अनीता गाजियाबाद से पैदल ही अपने गांव कोटाबाग के लिए निकल पड़ी। काशीपुर में जब वह सूर्या चौकी बॉर्डर पर पहुंची तो उसने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि पैसे खत्म होेने के कारण दूकानदार ने जहां राशन भी उधार देने से मना कर दिया तो वही माकन मालिक ने भी कमरा खाली करने को कहा। ऐसे में उसके आगे एक ही उपाय था कि वह पैदल ही अपने गांव जाए। और वह निकल पड़ी अपनी घर की ओर। सैकड़ों किमी का यह सफर त्रासदी भरा रहा।
गुजारात से पहुंचे पंच प्रवासियों का तापमान हाई मिला
बुधवार को गुजरात से लौटे 38 प्रवासियों में से पांच का बॉडी टेंप्रेचर ज्यादा मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए। इन सभी के नमूने लेकर जांच के लिए सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, एसटीएच में इन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा। रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामले अब ज्यादातर प्रवासियों में मिल रहे हैं। ऐसे में चुनौतियां बढ़ गईं हैं। कुमाऊं में मंडल में अब तक 28 लोगों में कोरोना संक्रमण मिल चुका है।
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