आठ महीने में लिए 982 खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकिन रिपोर्ट का आज भी इंतजार
राज्य में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री न हो इसके लिए सैंपल तो लिए जाते हैं लेकिन समय पर रिपोर्ट ही नहीं आती है।
हल्द्वानी, जेएनएन : राज्य में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री न हो, इसके लिए सैंपल तो लिए जाते हैं, लेकिन समय पर रिपोर्ट ही नहीं आती है। आलम यह है कि पिछले आठ महीने में प्रदेश भर से 982 सैंपल लिए गए हैं, लेकिन अगस्त आखिर तक इनकी रिपोर्ट नहीं आ सकी है।
उत्तराखंड राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला रुद्रपुर की ओर से आरटीआइ में दी गई जानकारी के अनुसार जनवरी, 2020 में 150, फरवरी में 165 और मार्च में रिकार्ड 467 सैंपल लिए गए थे। लॉकडाउन के चलते अप्रैल में सैंपलिंग नहीं हुई। इसके बाद मई से अगस्त तक 200 सैंपल लिए गए। इनकी जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। जबकि नियम के तहत सैंपल लैब में पहुंचने के 14 दिन बाद रिपोर्ट आ जानी चाहिए। आरटीआइ कार्यकर्ता क्लब ऑफ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रमोद अग्रवाल गोल्डी ने कहा कि सैंपल की रिपोर्ट समय पर नहीं आना सरकार की धीमी गति को दर्शाता है। जबकि कोरोना महामारी के दौर में लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिलना चाहिए, लेकिन रिपोर्ट में विलंब होना ठीक नहीं है।