बेस अस्पताल में फिजीशियन की कमी बनती जा रही मुसीबत, भड़के मरीज व तीमारदार
हल्द्वानी के बेस अस्पताल में डॉक्टरों की कमी अब मुसीबत बनती जा रही है। रविवार को यहां हंगामा हो गया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बेस अस्पताल में डॉक्टरों की कमी अब मुसीबत बनती जा रही है। रविवार को फिजीशियन न होने पर दो मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने इंदिरा नगर व चोरगलिया से पहुंचे मरीजों को एसटीएच रेफर करने के लिए लिख दिया था, लेकिन इस पर परिजनों ने आपत्ति जता दी। इसे लेकर आधे घंटे तक डॉक्टर व परिजनों के बीच झड़प होती रही।
दोपहर एक बजे इंदिरानगर निवासी 28 वर्षीय अंजुम व चोरगलिया निवासी 45 वर्षीय हमसरीन को परिजन इलाज के लिए बेस अस्पताल लाए। रविवार होने की वजह से ओपीडी बंद थी। परिजन मरीजों को लेकर इमरजेंसी में पहुंचे। अंजुम को बुखार था और हमसरीन को डायरिया की दिक्कत थी। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. सीएस भट्ट ने मरीजों को देखा और एसटीएच के लिए रेफर कर दिया। रेफर किए जाने से परिजन आक्रोशित हो गए। वे इसी अस्पताल में भर्ती किए जाने की मांग करने लगे, लेकिन डॉ. भट्ट ने यहां पर फिजीशियन न होने का हवाला दिया। इसके बावजूद परिजन मानने को तैयार नहीं हुए और अस्पताल प्रबंधन से लेकर स्वास्थ्य विभाग को कोसने लगे। अंजुम के पति एमडी परवेज ने कहा, अगर फिजीशियन नहीं है तो अस्पताल में ताला लगा देना चाहिए। हम उम्मीद से अस्पताल आते हैं, लेकिन यहां से भी भगा दिया जाता है। परिजन राशिदा का कहना था कि मरीज की हालत गंभीर है। यहां पर इलाज करने के बजाय एसटीएच रेफर कर रहे हैं। आधे घंटे तक परिजनों के हंगामे के बाद मरीजों को भर्ती किया गया। हालांकि, परिजनों से लिखवा लिया गया था कि हम अपने मरीजों को अपने रिस्क पर भर्ती करा रहे हैं। चार महीने से फिजीशियन नहीं
बेस अस्पताल में पिछले चार महीने से फिजीशियन नहीं हैं। जबकि, फिजीशियन की ओपीडी में प्रतिदिन 150 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। डायरिया, मलेरिया व अन्य संक्रामक रोगियों से अस्पताल पट जाता है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने मुंह फेर लिया है। सीएम के सामने उठा मुद्दा फिर भी कुछ नहीं हुआ
महिला अस्पताल के नए भवन का लोकार्पण करने पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने विधायक बंशीधर भगत ने बेस अस्पताल में फिजीशियन न होने का मुद्दा उठाया था। इसके बावजूद अभी तक नए फिजीशियन के आने की कोई संभावना नहीं नजर आ रही है। फिजीशियन की कमी है। इसकी वजह से दिक्कत हो रही है। फिजीशियन की नियुक्ति के लिए हमने उच्चाधिकारियों को लिखा है। प्रदेश में ही फिजीशियनों की कमी है।
डॉ. एसबी ओली, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, बेस अस्पताल