चीन सीमा लिपुलेख तक बनी सड़क 26 दिन बाद खुली, पिथौरागढ़ में दर्जनों मार्ग अब भी बंद
चीन सीमा लिपुलेख तक बनी सड़क एक यातायात के लिए खुल चुकी है। अलबत्ताा सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट- सोबला- तिदांग मार्ग और मुनस्यारी मिलम मार्ग सहित जिले के 27 मार्ग बंंद हैं।
पिथौरागढ़, जेएनएन : चीन सीमा लिपुलेख तक बनी सड़क एक पखवाड़े बाद यातायात के लिए खुल चुकी है। अलबत्ताा सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट- सोबला- तिदांग मार्ग और मुनस्यारी मिलम मार्ग सहित जिले के सत्ताइस मार्ग बंद हैं। राज्य, जिला सेक्टर सहित ग्रामीण सड़कों के बंद होने से प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं का अभाव बन चुका है।
विगत एक पखवाड़े से बंद सामरिक महत्व की तवाघाट- गर्बाधार -लिपुलेख सड़क मंगलवार को यातायात के लिए खुल चुकी है। सुबह मालपा से आगे चलसीता पर मार्ग बंद था। पूर्वांह ग्यारह बजे के आसपास मार्ग खुल चुका है। उल्लेखनीय है कि तीन दिन पूर्व भी यह सड़क कुछ समय के लिए खुली। खुलने के दो घंटे के अंदर ही बंद हो गई थी। चीन सीमा को जोडऩे वाला मुनस्यारी -मिलम मार्ग एक माह से बंद है तो दारमा घाटी में चीन सीमा को जोडऩे वाला तवाघाट - सोबला - तिदांग मार्ग बीस दिनों से बंद है। दो मार्ग बंद होने से उच्च हिमालय के 27 गांवों सहित उच्च मध्य हिमालय के तीन दर्जन से अधिक गांवों का सम्पर्क भंग है।
जिले के बंद मार्ग
तवाघाट- सोबला- तिदांग, थल - मुनस्यारी मार्ग , मसूरीकांठा- होकरा, नाचनी - बांसबगड़, बांसबगड़- गूटी, पौड़ी -गटकूना, छिरकिला -जम्कू, सोसा- सिर्खा, गिनी बैंड- समकोट, बांसबगड़- माणीधामी, नाचनी - भैंस्कोट, मदकोट-दारमा, बंगापानी -जाराजिबली, स्यांकुरी- धामीगांव, संगौड़ दशौली- दाणू, कालिका - खुम्ती, सानदेव- ननपांभू, देवलथल -कनालीछीना, सुकौली- रसैपाटा, सानदेव- मुवानी, बडारी - कांंटेबोरा, दिगतोली - द्यूरी, छेड़ा - आगर , दबार- डोबालखेत, कालीविनायक - जाबुकाथल- हजेती।
सड़क का मलबा खेतों में घुसा
कनालीछीना -उड़ई लिंक मार्ग में मलबा आने से सड़क बंद है। स्थानीय निवासी तारा सिंह ने बताया कि वाहन फंसे हैं। सुरौली के पास मलबा आने से सातसिलिंग -थल मार्ग लगभग तीन घंटे बंद रहा। सुरौली निवासी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क का मलबा खेतों में आने से बीस नाली भूमि में फसल बर्बाद हो चुकी है।