Indo-China Border Tention : जवानों की शहादत और चीन की धूर्तता पर सेना के अफसरों ने क्या कहा
लद्दाख की गलवान नदी में भारतीय जमीन पर कब्जा करने की चीन की साजिश और 20 भारतीय जांबाजों की हत्या करने की सेना के रिटायर्ड अफसरों ने कड़ी निंदा की है।
हल्द्वानी, जेएनएन : लद्दाख की गलवान नदी में भारतीय जमीन पर कब्जा करने की चीन की साजिश और 20 भारतीय जांबाजों की हत्या करने की सेना के रिटायर्ड अफसरों ने कड़ी निंदा की है। पूर्व सैनिक इसके पीछे चीन के अंतराष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 से संबंधित जानकारियों को छिपाने का मुद्दा भटकाने को भी कारण मान रहे हैं। साथ ही चीन की अर्थव्यवस्था तोड़ने के लिए चीनी उत्पादों का पूरी तरह से बॉयकाट करने को सभी देशवासियों से एकजुट होने का आह्वान किया जा रहा है।
जिला सैनिक लीग के जिलाध्यक्ष रिटायर्ड मेजर बीएस रौतेला का कहना है कि चीन से लोहा लेने के लिए हमारे जाबाज सक्षम हैं। अगर युद्ध हुआ तो चाीन को मुंह की खानी पड़ेगी। भारतीय सेना के अदम्य साहस के सामने चीनी सेना घुटने टेकने को मजबूर होगी। चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर हर भारतीय चीन की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने में अपना योगदान दे।
रिटायर्ड मेजर जनरल आइजेएस बोरा ने कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व स्तर पर इस तनाव को कम करने के लिए वार्ता होनी चाहिए। युद्ध की स्थिति किसी भी देश के लिए अच्छी नहीं हैं। सोमवार रात की घटना दोनों पक्षों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि सभी प्रयासों के बाद भी हालत नहीं सुधरे तो हमें पूर्ण रूप से तैयार रहना चाहिए।
रिटायर्ड ब्रिगेडियर आइएस पिलख्वाल ने बताया कि 45 वर्षों के बाद भारत और चीन की बीच ऐसा संघर्ष हुआ, जिसमें दोनों सेनाओं के अफसरों और जवानों की जान गई। हमारे देश के जांबाजों को भावभीनी श्रद्धाजंलि। चीन हम पर दबाव बनना चाह रहा है। हमारी सेना चीनी सेना को मुहतोड़ जबाव देने के लिए सक्षम है।
रिटायर्ड ब्रिगेडियर डीके जोशी ने कहा कि भारत-चीन के बीच जो सीमा विवाद चल रहा है, उसके पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारण हैं। यूरोपीय देशों व अमेरिका द्वारा चीन पर कोरोना वायरस से संबंधित जानकारिया छिपाने के मामले को पीछे धकेलना भी एक कारण है। हमें चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए।
रिटायर्ड कैप्टन खिलानंद ने कहा कि हमारा देश एक शांतिप्रिय देश है। चीन की सेना ने जो किया है, वह निंदनीय हैं। सेना और राजनीतिक स्तर पर वार्ता से समस्या का हल ढूंढना चाहिए। युद्ध में दोनों देशों का नुकसान है। चीन की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने के लिए देशवासियों को एकजुट होना होगा।
रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन एसएस रावत ने कहा कि लदा्ख में चीन ने अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उललंघन किया है। अपनी आतरिक अर्थव्यवस्था व कोविड 19 की वजह से चीन ने अंतरराष्ट्रीय आलोचना से ध्यान हटाने के लिए भारत के योद्धाओं की निर्मम हत्या कर दी। चीन को ये दुस्साहक काफी महंगा पड़ेगा।
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