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Covid-19 : अल्मोड़ा में कोरोना से पहली मौत, बुजुर्ग के दम तोड़ने के बाद पॉजिटव आई रिपोर्ट

दिल्ली के रेड जोन से पहाड़ लौटे बुजुर्ग प्रवासी की संदिग्ध की मौत के छह दिन बाद उसके कोरोना पॉजिटिव (coronavirus positive) होने का खुलासा हुआ है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 06:55 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:55 AM (IST)
Covid-19 : अल्मोड़ा में कोरोना से पहली मौत, बुजुर्ग के दम तोड़ने के बाद पॉजिटव आई रिपोर्ट
Covid-19 : अल्मोड़ा में कोरोना से पहली मौत, बुजुर्ग के दम तोड़ने के बाद पॉजिटव आई रिपोर्ट

अल्मोड़ा, जेएनएन : दिल्ली के रेड जोन से पहाड़ लौटे बुजुर्ग प्रवासी की संदिग्ध की मौत के छह दिन बाद उसके कोरोना पॉजिटिव (coronavirus positive) होने का खुलासा हुआ है। वह दिल्ली के रेडजोन विनोद नगर में अपने पुत्र के साथ रहता था। होम क्वारंटाइन के दौरान बीते सप्ताह उसे सीएचसी भिकियासैंण ले जाया गया। मगर उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर एहतियातन जांच को प्रवासी की मौत के बाद उसके स्वैब नमूने जांच को लिए गए जो गुरुवार देर रात बुलेटिन में पॉजिटिव पाया गया।

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तलाई गांव (स्यालदे विकासखंड) निवासी नारायणराम (73) दिल्ली में काम करने वाले अपने पुत्र जोगाराम के साथ विनोद नगर में रह रहा था। इसी साल फरवरी में उसकी आखों का आपरेशन हुआ था। बीती 21 मई को वह दिल्ली से रोडवेज की बस से हल्द्वानी पहुंचा। गांव जाते वक्त मोहान चौकी में उसका स्वास्थ्य परीक्षण कर होम क्वारंटाइन पर घर भेज दिया गया।

बीती 29 मई को नारायण राम की सांस चढ़ गई और खांसी भी बढ़ गई। पेशे से शिक्षक पुत्र देवेंद्र प्राथमिक स्वास्थ केंद्र स्यालदे से पिता के लिए दवा ले गया। मगर रात को तबियत और ज्यादा बिगड़ गई। शुक्रवार सुबह प्रशासन को सूचना दी गई। कोरोना संक्रमण की आशंका के बीच वाहन से बुजुर्ग को सीएचसी भिकियासैंण ले जाया जा रहा था। मगर रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

संक्रमण की थी आशंका

प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ पियुष रंजन ने माना था कि प्रवासी की मौत कैसे हुई, यह स्पष्ट नहीं है। मगर कोरोना संक्रमण की आशंका के मद्देनजर जांच के लिए नारायण राम के स्वैब के नमूने ले जांच को सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी भेजे गए थे।

प्रशासनिक व्यवस्था पर उठे सवाल

तहसील प्रशासन ने तब कहा था कि 21 मई को मोहान चौकी में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बुजुर्ग प्रवासी में दमा जैसे लक्षण दिखे थे। मगर उसे सामान्य समझ गांव भेज दिया गया। अब प्रवासी के परिवार के भी संक्रमित होने का अंदेशा है। 

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