सप्लाई रोकने पर रामनगर पालिका ने 11 मीट विक्रेताओं को भेजा नोटिस
रामनगर में मीट की सप्लाई रोकने पर 11 विक्रेताओं को नगर पालिका ने नोटिस भेजा है। मीट विक्रेताओं ने नोटिस रिसीव नहीं किए हैं। मीट विक्रेताओं का कहना है कि पालिक अवशेष को लेकर उसे निस्तारित कर दे रही है। जबकि अवशेष भी हमारे के लिए कमाई का जरिया हैं।
रामनगर, जागरण संवाददाता : रामनगर में बड़े मीट की सप्लाई रोकने पर 11 विक्रेताओं को नगर पालिका ने नोटिस भेजा है। मीट विक्रेताओं ने नोटिस रिसीव नहीं किए हैं। मीट विक्रेताओं का कहना है कि पालिक अवशेष को लेकर उसे निस्तारित कर दे रही है। जबकि अवशेष भी हमारे के लिए कमाई का जरिया हैं। इसको लेकर मीट विक्रेता धरने पर हैं। अब पालिका सप्लाई सुचारु करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की कार्रवाई कर रही है।
रामनगर में बड़ा मीट बेचने के लिए 11 लोगों को नगरपालिका ने लाइसेंस देकर अधिकृत किया है। मीट विक्रेता जानवर नगर पालिका के बनाए स्लाटर हाउस में काटते हैं। इसके बाद मीट मार्केट व अन्य निर्धारित जगह पर मीट बेचते हैं। नियमानुसार जानवर कटने के बाद अवशेष सामग्री को पालिका अपने कब्जे में लेकर उसका निस्तारण करती है। ताकि उसे कोई खुली जगह पर न फेंक सकें। लेकिन अवशेष सामग्री को उन्हें देने के लिए मीट विक्रेता मांग कर रहे हैं। इस मांग के लिए वे चार पांच दिन से धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि निर्धारित शुल्क के अलावा पालिका द्वारा अवशेष मांगा जा रहा है। इससे नगर में मीट की सप्लाई बंद है।
मीट की सप्लाई बाधित करने पर नगर पालिका ने 11 मीट विक्रेताओं को नोटिस दे दिए हैं। लेकिन उन्होंने नोटिस नहीं लिए। नोटिस में कहा गया है कि मीट की सप्लाई बाधित होने लोगों में आक्रोश है। यदि सप्लाई शुरू नहीं की गई तो लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। अब पालिका मीट सप्लाई करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का मन बना रही है। नगर पालिका के ईओ भरत त्रिपाठी ने बताया की बोर्ड की बैठक में भी इस प्रकरण को रखा जाएगा। मीट विक्रेताओं के पास अवशेष सामग्री को निस्तारित करने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस वजह से नगरपालिका खुद निस्तारित करने के लिए अवशेष सामग्री अपने कब्जे में लेती है।