MAN VS WILD दुनिया के सामने आज इठलाएगी कॉर्बेट की रामगंगा और कालागढ़ डैम
पीएम नरेंद्र मोदी की कॉर्बेट एडवेंचर यात्रा से चर्चित हो चली रामगंगा नदी सोमवार रात नौ बजे पूरी दुनिया के पर्यटकों के सामने इठलाती नजर आएगी।
रामनगर, जेएनएन : पीएम नरेंद्र मोदी की कॉर्बेट एडवेंचर यात्रा से चर्चित हो चली रामगंगा नदी सोमवार रात नौ बजे पूरी दुनिया के पर्यटकों के सामने इठलाती नजर आएगी। डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने जा रहे बहुप्रतिक्षित एडवेंचर शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटर बोट में सवार नजर आएंगे। रामगंगा के साथ कॉर्बेट पार्क का कालागढ़ डेम भी सुर्खियों में रहेगा।
हालांकि कॉर्बेट पार्क में रामगंगा नदी से ढिकाला तक जाना आम आदमी के लिए बिल्कुल प्रतिबंधित है। वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर केवल सीटीआर कर्मी रामगंगा नदी में मोटर वोट से गश्त करते हैं। कभी कभार सिर्फ वीवीआइपी को ही मोटर वोट पर सवार होकर कालागढ़ डेम से ढिकाला आने की अनुमति मिलती है। इसी के तहत इसी साल फरवरी माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कॉर्बेट पार्क में डिस्कवरी चैनल के एडवैंचर-शो 'मैन-वर्सेज वाइल्ड' की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। तब पीएम मोदी ने शो के होस्ट बियर ग्रिल्स से बातचीत में कई रोचक बातें कहीं थी। उन्होंने घने जंगल के बीच नदी किनारे शूटिंग की इच्छा जताई थी। उनकी इच्छा पर रामगंगा नदी को एडवेंचर शो की शूटिंग के लिए चुना गया था। इसी के चलते अब रामगंगा में साहसिक पर्यटन के विकास की बातें होने लगी हैं। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का मानना है कि कालागढ़ से ढिकाला तक रामगंगा में साहसिक पर्यटन विकसित किया जा सकता है। मोटर बोट के जरिए यहां जल पर्यटन की वकालत काफी समय से लोग करते आए हैं। अगर महकमा इस दिशा में पहल करे तो कॉर्बेट पार्क में साहसिक पर्यटन की नई इबारत लिखी जा सकती है। इसके लिए महकमे के अधिकारियों में दृढ़ इच्छा सख्ती की जरूरत होगी।
कॉर्बेट में हो चुकी है काल फिल्म की शूटिंग
वर्ष 2005 में कॉर्बेट पार्क में 'काल' फिल्म की शूटिंग हुई थी। इस फिल्म मेंं अजय देवगन, विवेक ओबेरॉय, ईशा देयोल, लारा दत्ता व जॉन अब्राहम ने रोल अदा किया था। शाहरुख खान और करण जौहर इस फिल्म के प्रोड्यूसर थे। यह फिल्म सोहम साह के निर्देशन में बनी थी।
कालागढ़ डैम में पर्यटन की अपार संभावनाएं
राहुल, निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने बताया कि कालागढ़ डेम क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में कई तरह के वन्यजीव रहते हैं परंतु यह क्षेत्र कॉर्बेट टाइगर रिर्जव के कोर जोन के अंतर्गत नोटिफाइड है। ऐसी परिस्थितियों में इस जोन में पर्यटन हेतु उच्चतम न्यायालय एवं एनटीसीए की गाइड लाइन के अनुसार अनुमति मिलने की संभावना काफ कम है। परंतु एक सुविचारित प्रस्ताव संज्ञान में आया है, इसे उचित माध्यम से प्रेषित किया जाएगा।
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