अल्मोड़ा के चौखुटिया आफत बनकर गिरी बारिश, कृषि भूमि तबाह, जगह-जगह भूस्खलन
चितैलीगाढ़ गांव के ऊपरी भूभाग में अतिवृष्टि से मुख्य नाला उफान पर आ गया। इससे निचले क्षेत्रों में व्यापक जलभराव हो गया। उपजाऊ खेत जबर्दस्त भूकटाव की जद में आ गए। इस बीच भयंकर ओलावृष्टि से मौसमी सब्जियां व अन्य फसलें नष्ट हो गईं।
जागरण टीम, चौखुटिया/ बैरती (अल्मोड़ा) : पर्वतीय क्षेत्रों में शाम को मौसम का मिजाज बिगड़ गया। भीषण गर्जना व तडि़तचाल के साथ मूसलधार बारिश से बादल फटने जैसे हालात पैदा हो गए। विकासखंड के चितैलीगाढ़ समेत तमाम बरसाती गधेरे उफना गए। खेत के खेत तबाह होते चले गए। ओलों की बारिश से फसल को व्यापक क्षति पहुंची। घरों में भी पानी घुस गया। द्वाराहाट बदरीनाथ हाईवे जलमग्न हो गया। जगह जगह भूस्खलन ने जीवन की रफ्तार थाम ली।
क्षेत्र में बुधवार शाम तीन बजे आसमान से मानो आफत बरस गई। चितैलीगाढ़ गांव के ऊपरी भूभाग में अतिवृष्टि से मुख्य नाला उफान पर आ गया। इससे निचले क्षेत्रों में व्यापक जलभराव हो गया। उपजाऊ खेत जबर्दस्त भूकटाव की जद में आ गए। इस बीच भयंकर ओलावृष्टि से मौसमी सब्जियां व अन्य फसलें नष्ट हो गईं। खेत व मुख्य सड़क जलमग्न हो गई। उधर महाकालेश्वर क्षेत्र में कुथलाड़ नाले ने कहर बरपाया।
कृषि भूमि तबाह हो गई। गधेरे के रुख बदल देने से व्यापक क्षति पहुंची है। तडियाल बाखली गधेरे ने भी रौद्र रूप ले लिया। वहीं ढौन भटकोट गधेरा भी उफनाने से क्षेत्र में हालात बिगड़ गए। यहां वॉलीबाल का मैदान जलमग्न हो गया। सुरक्षा दीवार को भी क्षति पहुंची है। मूसलधार बारिश में चौखुटिया से द्वाराहाट तक कई स्थानों पर मलबा आ जाने से घंटों यातायात बाधित रहा। कुछ स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है।
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