भारी सुरक्षा के बीच पंजाब के गैंगस्टरों को हल्द्वानी जेल शिफ्ट किया गया
मुठभेड़ के बाद पकड़े गये पंजाब के गैंगस्टरों को पुलिस ने भारी सुरक्षा घेरे में मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। एसटीएफ की मौजूदगी में ही सभी को काशीपुर कोर्ट से हल्द्वानी जेल तक ले जाया गया। गैंगवार की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरती।
जागरण संवाददाता, काशीपुर (ऊधम सिंह नगर) : मुठभेड़ के बाद पकड़े गये पंजाब के गैंगस्टरों को पुलिस ने भारी सुरक्षा घेरे में मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। एसटीएफ की मौजूदगी में ही सभी को काशीपुर कोर्ट से हल्द्वानी जेल तक ले जाया गया। गैंगवार की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरती।
काशीपुर के गुलजारपुर गांव में सोमवार को मुठभेड़ के बाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कुमाऊं और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने पंजाब के कुख्यात देवेंद्र बमभय्या गैंग के सदस्य संदीप सिंह उर्फ भल्ला शेखू, फतेह सिंह उर्फ युवराज और अमनदीप को धर दबोचा था। संदीप सिंह और फतेह सिंह ने 22 जून 2020 को अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पंजाब के नंबर एक गैंगस्टर कुलवीर निरवाना पर ताबड़तोड़ गोली चला दी थी। बुलेटप्रूफ कार में बैठे होने के कारण निरवाना उस वक्त बच गया, लेकिन इस घटना के 10 दिन बाद ही निर्वाना की हत्या कर दी गई थी। इसमें भी देवेंद्र बमभय्या गैंग का नाम सामने आया था।
तबसे संदीप और फतेह सिंह निरवाना गैंग के निशाने पर थे। इसके कुछ समय बाद ही संदीप और फतेह सिंह ने बठिंडा के नरुआना निवासी कुलवीर सिंह उर्फ वीरा उर्फ साधू सिंह पर गोली चला दी और फरार हो गए थे। आरोपितों के खिलाफ बठिंडा थाने में धारा 307, 427, 336, 341,120बी आदि धाराओं में केस दर्ज है। इधर, सोमवार को काशीपुर कोतवाली पुलिस ने भी एसटीएफ इंस्पेक्टर एमपी सिंह की तहरीर पर संदीप सिंह, फतेह सिंह, अमनदीप तथा फार्म हाउस के मालिक जगवंत सिंह के खिलाफ धारा 307 व 25 आम्र्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया। मंगलवार को काशीपुर कोर्ट में पेशी के बाद चारों आरोपितों को हल्द्वानी जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने रिमांड के लिए लगाई अर्जी
न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस की ओर से रिमांड के लिए अर्जी लगाई है। जिसमें इनके नेटवर्क को खंगालने के लिए पूछताछ के लिए समय मांगा गया है। एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह का कहना है कि इन अपराधियों से कई स्तर पर अभी पूछताछ की जानी है। इनका उत्तराखंड कनेक्शन भी खंगाला जाना है। पंजाब की टीम भी जिले में ही रुकी हुई है। पंजाब पुलिस भी पुराने मामलों में इनसे पूछताछ करेगी।