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कक्षा एक का बच्चा पढ़ रहा 499 रुपये की कंप्यूटर किताब

स्टूडेंट्स की बेहतरी के लिए बहुत जरूरी होने पर निजी पब्लिशर्स की किताबें लगाने के छूट दी गई है, लेकिन निजी स्कूल हैं की मनमानी पर उतर आए हैं।

By Edited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 04:08 PM (IST)
कक्षा एक का बच्चा पढ़ रहा 499 रुपये की कंप्यूटर किताब
कक्षा एक का बच्चा पढ़ रहा 499 रुपये की कंप्यूटर किताब
गणेश पांडे, हल्द्वानी : स्टूडेंट्स की बेहतरी के लिए बहुत जरूरी होने पर निजी पब्लिशर्स की किताबें लगाने की छूट को प्राइवेट स्कूलों ने कमाई का जरिया बना लिया है। आलम यह है कि कक्षा एक में पढ़ने वाले पांच साल के मासूम के बस्ते में 499 रुपये मूल्य की कंप्यूटर की किताब ठूंस दी गई है। सामान्य ज्ञान, इंग्लिश-¨हदी ग्रामर की किताबों का भी तकरीबन यही हाल है। तमाम स्कूलों ने एनसीईआरटी की पुस्तकों से दस गुना तक महंगी किताबें लगाई हैं। हल्द्वानी ब्लॉक के 18 स्कूलों के निरीक्षण में नौ में महंगी किताबें लगाने की पुष्टि हुई है। प्राइवेट स्कूलों की यह काली करतूत पिछले दिनों शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जांच में सामने आई है। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक आरएल आर्य के नेतृत्व में हुई गोपनीय जांच रिपोर्ट शिक्षा महानिदेशालय भेजी जा चुकी है। इस प्रकरण को जोर-शोर से उठा रहे ऑल उत्तराखंड पैरेंट्स एसोसिएशन के नैनीताल जिलाध्यक्ष गुरुचरण सिंह प्रिंस ने आरटीआइ के तहत जांच रिपोर्ट जुटाई है। प्रस्तुत है आरटीआइ पर आधारित विशेष रिपोर्ट: करतूत : स्कूल का इन्कार, स्टूडेंट्स ने खोली पोल शहर के अधिकांश स्कूलों में निजी पब्लिशर्स की महंगी किताबें लगाई गई हैं, मगर कई स्कूलों ने विभागीय जांच में इसे छिपा लिया। उदाहरण देखिए- क्वींस स्कूल ने घोषणापत्र देकर कहा है कि उन्होंने एनसीईआरटी के अतिरिक्त किताबें नहीं लगाई हैं। जांच टीम ने छात्रों से पूछा तो स्कूल प्रबंधन की करतूत सामने आ गई। स्टूडेंट्स ने महंगी किताबों का पूरा चिट्ठा जांच टीम के सामने रख दिया। मिसाल : सस्ती किताबें भी उपलब्ध हैं बाजार में मुनाफाखोरी के लिए पैरेंट्स की जेब पर बोझ डालने वाले प्राइवेट स्कूल निजी प्रकाशकों की सस्ती किताबें नहीं होने का तर्क गढ़ते हैं, मगर हकीकत इसके उलट है। एसकेएम पब्लिक स्कूल ने एनसीईआरटी के समतुल्य किताबें लगाई हैं। स्कूल ने जीके की किताब 62 से 100 रुपये, नैतिक शिक्षा 60-648 रुपये, इंग्लिश ग्रामर 80-125 रुपये, ¨हदी व्याकरण 65-95 रुपये, कंप्यूटर 72-140 रुपये, पर्यावरण विज्ञान 85 रुपये की किताबें लगाई हैं। ::::::::::::: किसने कितनी महंगी किताबें लगाई स्कूल कक्षा विषय मूल्य डीपीएस 01 जीके 180 02 सीएस 374 10 सीएस 449 सरस्वती एकेडमी 05 आइजी 299 08 सीएस 289 हिमालय विद्या मंदिर 02 इवीएस 230 05 एसएस 255 बाल संस्कार 05 आईजी 225 क्वींस स्कूल 01 कंप्यूटर 499 01 एसएस 260 05 क्रिएटिविटी 298 (विषय ब्योरा- सीएस: कंप्यूटर साइंस, जीके: जनरल नॉलेज, आईजी: इंग्लिश ग्रामर, इवीएस: पर्यावरण विज्ञान, एसएस: सोशल स्टडीज) इन्होंने भी लगाई निजी किताबें ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल, हिमालय विद्या मंदिर आवास विकास, हिमालय विद्या मंदिर गौजाजाली, सेक्रेड हार्ट ने निजी प्रकाशकों की किताबें लगाने की बात स्वीकारी है। इन्होंने किया इन्कार सिंथिया, बीरशीबा, इंस्प्रेशन, गुरु तेगबहादुर, डॉन बास्को, हाइलैंडर, एवीएम पब्लिक स्कूल, व्हाइटहॉल आदि स्कूलों ने एनसीईआरटी से इतर बुक नहीं लगाने के लिए घोषणा पत्र जांच टीम को सौंपा है। जबकि, दैनिक जागरण ने पिछले दिनों अभियान चलाकर कई स्कूलों की सच्चाई पाठकों के सामने रखी थी। जारी रहेगी लड़ाई गुरुचरण सिंह प्रिंस, अध्यक्ष ऑल उत्तराखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने कहा कि स्टूडेंट्स और पैरेंट्स के अधिकारों की लड़ाई जारी रहेगी। स्कूलों की मनमानी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी। ऑल उत्तराखंड पैरेंट्स एसोसिएशन सभी जानकारी जुटाकर हाईकोर्ट में वाद दायर करने की तैयारी कर रही है।

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