Move to Jagran APP

तिहाड़ की तर्ज पर हल्द्वानी जेल में होगी बंदियों से मुलाकात, जेल अधीक्षक ने भेजा प्रस्ताव

उपकारागार हल्द्वानी के दिन बहुरने वाले हैं। जेल के आधुनिकीकरण की तैयारियां इन दिनों युद्ध स्तर पर चल रही हैं। जल्द तिहाड़ जेल की तर्ज कर हल्द्वानी जेल में भी बंदियों से मुलाकात होगी। इसके लिए जेल प्रशासन ने आइजी जेल को प्रस्ताव भेज दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 07:05 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 07:05 AM (IST)
तिहाड़ की तर्ज पर हल्द्वानी जेल में होगी बंदियों से मुलाकात, जेल अधीक्षक ने भेजा प्रस्ताव
तिहाड़ की तर्ज पर हल्द्वानी जेल में होगी बंदियों से मुलाकात, जेल अधीक्षक ने भेजा प्रस्ताव

दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : उपकारागार हल्द्वानी के दिन बहुरने वाले हैं। जेल के आधुनिकीकरण की तैयारियां इन दिनों युद्ध स्तर पर चल रही हैं। जल्द तिहाड़ जेल की तर्ज कर हल्द्वानी जेल में भी बंदियों से मुलाकात होगी। इसके लिए जेल प्रशासन ने आइजी जेल को प्रस्ताव भेज दिया है।

loksabha election banner

उपकारागार हल्द्वानी में बंदियों से मुलाकात पिछले दो साल से कोविड-19 संक्रमण के चलते बंद है। बहुत जरूरी होने पर ही बंदियों के स्वजनों को कोविड नियमों का पालन कर मिलवाया जाता है। उपकारागार में बंदियों से मिलने के लिए उनके स्वजनों व करीबियों को मेन गेट से अंदर लाया जाता है। इसके बाद वह बैरक में जाकर मुलाकात करते हैं। कई दफा बंदियों को बाहर लाकर भी स्वजनों से कड़ी सुरक्षा के बीच मिलवाया जाता है।

बंदियों को स्वजनों से मिलवाने तक बंदी रक्षकों को कड़ी निगरानी करनी पड़ती है। ऐसे में खूंखार बंदियों के भागने की भी आशंका रहती है। बंदियों से मुलाकात कराने के लिए जेल अधीक्षक ने नया खाका तैयार किया है। 1903 की खंडहर हो चुकी जेल को तोड़कर वहां पर हाईटेक अलग-अलग 15 काउंटर बनाए जाएंगे। इन काउंटर में अंदर बंदी और बाहर उनके स्वजन व अन्य लोग आमने-सामने मुलाकात कर सकेंगे। इसी तरह की मुलाकात अभी तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंदियों से होती है। कुमाऊं की जेल में पहली बार इस तरह की व्यवस्था होने जा रही है।

भागने का खतरा हो जाएगा खत्म

मुलाकात काउंटर बनने पर खास बात यह रहेगी कि मुलाकात के समय बंदियों के भागने का खतरा पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। बंदी कोई भी, हो वह काउंटर से ही अपने स्वजनों से मिल पाएगा। गेट से मिलवाने की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।

जेल में क्षमता से दोगुने बंदी

उपकारागार में क्षमता से अधिक बंदी हैं। हल्द्वानी के अलावा सितारगंज जेल का भी यही हाल है। हल्द्वानी जेल में वर्तमान में कुल 1650 बंदी है। इसमें 1570 पुरुष व 80 महिलाएं शामिल हैं।

हाईटेक मुलाकात काउंटर बनाए जाएंगे

जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि उपकारागार में पुरानी जेल को तोडऩे के लिए आइजी जेल को पत्र भेजा गया था। पुरानी जेल को तोड़कर वहां पर हाईटेक मुलाकात काउंटर बनाए जाएंगे। इसका प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया है। प्रस्ताव पर आइजी जेल की ओर से जल्द मुहर लगने की उम्मीद है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.