फर्जी प्रमाण पत्रों से महाविद्यालयों में प्रवेश का दबाव
पिछले कुछ दिनों से एमबीपीजी कॉलेज, राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड़ में ऐसे कई विद्यार्थी पहुंच रहे हैं, जिनके पास फर्जी संस्थानों का प्रमाण पत्र है।
हल्द्वानी, नैनीताल [जेएनएन]: इन दिनों फर्जी शिक्षण संस्थानों से प्रमाण पत्र लेकर डिग्री कॉलेजों में प्रवेश का दबाव बढ़ने लगा है। ऐसे प्रमाण पत्रों को लेकर कॉलेज प्रशासन भी असमंजस में आ गया है। पिछले कुछ दिनों से एमबीपीजी कॉलेज, राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड़ में ऐसे कई विद्यार्थी पहुंच रहे हैं, जिनके पास फर्जी संस्थानों का प्रमाण पत्र है। आए दिन इस तरह की स्थिति से परेशान एमबीपीजी कॉलेज प्रशासन ने प्रवेश देने से साफ इन्कार कर दिया है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर इस तरह के संस्थानों के मामले में स्पष्ट दिशा-निर्देश देने के लिए कहा है। प्रभारी प्राचार्य डॉ. रेखा पांडे ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से जारी 23 शिक्षण संस्थानों के अलावा किसी अन्य संस्थान से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कुछ ऐसे संस्थान मेरे सामने आए हैं, जिनकी स्थिति स्पष्ट है।
झांसे में आ रहे हैं आम विद्यार्थी फर्जी संस्थान के नाम पर हाईस्कूल व इंटरमीडिएट उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र बनाने वालों का बड़ा गोरखधंधा चल रहा है। पिछले वर्ष भी कई विद्यार्थी प्रवेश लेने के बाद बाहर कर दिए गए। इसके बावजूद किसी ने ऐसे फर्जी संस्थानों की जांच करने का जहमत नहीं उठाई। आम विद्यार्थी इस तरह के फर्जी प्रमाण पत्र देने वालों के झांसे आ रहे हैं।
यहां तक कि इन्हें बिना परीक्षा के प्रमाण पत्र भी थमा दिया जा रहा है। नौकरी से हाथ धो चुके हैं कई शिक्षक फर्जी संस्थानों से शैक्षिक प्रमाण पत्र हासिल कर चुके 40 से अधिक शिक्षक बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग में नौकरी पा चुके थे। कई साल नौकरी भी कर चुके थे। जब इनके प्रमाण पत्रों की जांच हुई तो हकीकत सामने आ गई। ऐसे शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की गई।
विवि ने बनाई है समिति कुविवि के कुलसचिव महेश कुमार का कहना है कि पिछले वर्ष कुलपति ने एक समिति बनाई है। इस तरह के मुद्दों को उस समिति के सामने रखा जाता है। समिति के निर्णय के आधार पर कार्रवाई की जाती है। बैठक की तैयारी में जुटा विवि व महाविद्यालय प्रवेश संबंधी दिक्कतों को लेकर 30 जुलाई को देहरादून में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक होनी है।
इसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव के अलावा एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी, डिग्री कॉलेज रामनगर समेत कुछ महाविद्यालयों के प्राचार्य भी बैठक में मौजूद रहेंगे। शनिवार को बैठक की तैयारी में जुटे रहे। छात्र नेताओं की निगाहें भी अब बैठक के निर्णय पर टिक गई हैं।
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