पालिकाध्यक्ष ने शुरू किया आमरण अनशन, कहा-नहीं मानी मांगे तो और तेज होगा आंदोलन
शासन की ओर से बजट नहीं मिलने के कारण धरने पर बैठी पालिका बोर्ड ने आंदोलन और तेज कर दिया है। धरना प्रदर्शन के आठवें दिन पालिकाध्यक्ष सचिन ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
नैनीताल, जेएनएन : शासन की ओर से बजट नहीं मिलने के कारण धरने पर बैठी पालिका बोर्ड ने आंदोलन और तेज कर दिया है। धरना प्रदर्शन के आठवें दिन पालिकाध्यक्ष सचिन ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन और तेज करते हुए सभासद भी आमरण अनशन में उतर जायेंगे। बता दें कि पालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन, ग्रेच्युटी और एरियर का पालिका पर करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए की बकायदारी हो चुकी है।
इधर कोरोनाकाल में पर्यटन गतिविधियां बंद होने के बाद आय ठप हो गयी है। जिसको लेकर पालिका की ओर से कई बार शासन को पत्र लिखकर वार्ता के माध्यम से बजट की मांग की गई, लेकिन सरकार की ओर से कोई बजट नहीं दिया गया। जिसको लेकर विरोध में उतरी नगर पालिका बोर्ड ने आठवें दिन आंदोलन और तेज कर दिया है। आमरण अनशन शुरू करने वाले पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन भी शासन के दबाव में काम कर रहा है।
पालिकाध्यक्ष ने कहा कि आठ दिन गुजर जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई वार्ता करने अथवा सुध लेने वाला उनके पास नहीं पहुंचा। उन्होंने सरकार पर नैनीताल पालिका की अनदेखी करने का आरोप लगाया। कहा कि फिलहाल मंगलवार को पालिका के कुछ भाजपा सभासद शासन स्तर पर वार्ता के लिए जाने वाले हैं। यदि फिर भी बजट नहीं मिला तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस दौरान सभासद पुष्कर बोरा, राजू टाक, दया सुयाल, रेखा आर्य, निर्मला चंद्रा, भगवत रावत, प्रेमा अधिकारी, सुरेश चंद्र, कैलाश रौतेला धरने पर डटे रहे।