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नंदा देवी महोत्सव को लेकर तैयारियां पूरी, 11 सितंबर को कदली वृक्ष लेने जाएगी टोली

सभा महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि 1926 से श्रीराम सेवक सभा नंदा देवी महोत्सव का आयोजन करती आ रही है। यह दूसरी बार है कि धूमधाम से महोत्सव का आयोजन नहीं किया जा रहा। अगले वर्ष यकीनन महोत्सव का आयोजन भारी धूमधाम से किया जाएगा।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 05:58 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 05:58 PM (IST)
नंदा देवी महोत्सव को लेकर तैयारियां पूरी, 11 सितंबर को कदली वृक्ष लेने जाएगी टोली
जिला प्रशासन व पुलिस की देखरेख में सादगी के साथ ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, नैनीताल। शहर के ऐतिहासिक नंदा देवी महोत्सव को लेकर आयोजन संस्था श्रीराम सेवक सभा ने तैयारियां पूरी कर ली है। जिला प्रशासन व पुलिस की देखरेख में सादगी के साथ ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। सभा पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता कर विभिन्न बातें साझा की।

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 गुरुवार को श्रीराम सेवक सभा सभागार में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान सभा महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि 1926 से श्रीराम सेवक सभा नंदा देवी महोत्सव का आयोजन करती आ रही है। यह दूसरी बार है कि धूमधाम से महोत्सव का आयोजन नहीं किया जा रहा। यदि कोविड संक्रमण नियंत्रित रहा तो अगले वर्ष यकीनन महोत्सव का आयोजन भारी धूमधाम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 11-17 सितंबर तक महोत्सव के विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान व आयोजन आयोजित किए जाने हैं। 11 सितंबर को पूजा अर्चना के बाद सभा पदाधिकारियों का एक दल कदली वृक्ष लेने के लिए ज्योलीकोट सड़ियांताल क्षेत्र स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर के लिए रवाना होगा। जहां से 12 सितंबर को कदली वृक्ष लेकर दल नैनीताल पहुंचेगा। तल्लीताल स्थित वैष्णो देवी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद कदली वृक्ष को वाहन के द्वारा सुखाताल ले जाया जाएगा। सूखाताल में विधिवत पूजा अर्चना के बाद कदली वृक्ष को नंदा नैना देवी मंदिर लाया जाएगा।

13 सितंबर को मूर्ति निर्माण के बाद अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में दर्शनार्थ मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया जाएगा। बताया कि महोत्सव के दौरान लोगों की अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। गाइडलाइन के अनुपालन करते हुए ही सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए जाएंगे। बताया कि इस वर्ष नंदा सुनंदा की मूर्तियों के साथ डोले का नगर भ्रमण नहीं होगा, ना ही विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश करने और निकासी के लिए अलग-अलग गेटों की व्यवस्था की गई है। मंदिर के भीतर पंडितों द्वारा कराया जाने वाला पाठ भी प्रतिबंधित किया गया है। श्रद्धालु मां नंदा सुनंदा के दर्शन के बाद पिछले गेट से बाहर जा सकेंगे। इस दौरान सभा अध्यक्ष मनोज साह, विमल चौधरी, प्रो ललित तिवारी, गिरीश जोशी, मुकेश जोशी मंटू, किशन नेगी समेत अन्य लोग मौजूद रहे। 

चार छोलिया दल देंगे प्रस्तुति

जगदीश बवाड़ी ने बताया कि हालांकि महोत्सव सादगी के साथ ही आयोजित किया जाएगा, मगर महोत्सव का स्वरूप बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से चार छोलिया दल मंगाए गए हैं। इसके अलावा डीएसए पार्किंग और मंदिर गेट के समीप भव्य गेट बनाए जाएंगे। बताया कि श्रद्धालु घर बैठे ही धार्मिक अनुष्ठानों का आनंद उठा पाएंगे। धार्मिक अनुष्ठानों के लाइव प्रसारण के लिए ताल चैनल से अनुबंध किया गया है। इसके अलावा पंत पार्क, श्रीराम सेवक सभा, तल्लीताल और माल रोड समेत पांच स्थानों पर बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन लगाकर धार्मिक अनुष्ठानों का लाइव प्रसारण किया जाएगा।


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