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पुरानी पेंशन के लिए नए सिरे से आंदोलन की तैयारी, नई कार्यकारिणी में इन्हें मिली जिम्मेदारी

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली के लिए अभियान चलाए हुए है। आंदोलन को धार देने के लिए संयुक्त मोर्चा की उत्तराखंड इकाई ने नैनीताल जिले की कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। पंकज बधानी को जिला अध्यक्ष और छत्रपति पांडे को जिला सचिव मनोनीत।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 07:57 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 01:39 PM (IST)
पुरानी पेंशन के लिए नए सिरे से आंदोलन की तैयारी, नई कार्यकारिणी में इन्हें मिली जिम्मेदारी
पुरानी पेंशन के लिए नए सिरे से आंदोलन की तैयारी

हल्द्वानी, जेएनएन : राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली के लिए अभियान चलाए हुए है। आंदोलन को धार देने के लिए संयुक्त मोर्चा की उत्तराखंड इकाई ने नैनीताल जिले की कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। इसके लिए शिक्षा विभाग में कार्यरत पंकज बधानी को जिला अध्यक्ष और मिनिस्ट्रियल शिक्षा के कर्मचारी छत्रपति पांडे को जिला सचिव मनोनीत किया है।

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इसके अलावा शिक्षा विभाग के किशोर उपाध्याय को संरक्षक, सिंचाई विभाग के मनोज तिवारी को उपाध्यक्ष, शिक्षा विभाग के गोकुल लोहनी को संयुक्त सचिव, लोक निर्माण विभाग के मोहन सिंह खम्मा को संगठन मंत्री, बेसिक शिक्षा के खीम सिंह बोरा को मीडिया प्रभारी और उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत डा. सुनील पंत को जिला प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है। संगठन के प्रांतीय पदाधिकारी अनिल बड़ौनी, सीताराम पोखरियाल, मिलिंद बिष्ट, योगिता पंत, तरुण तिवारी, हरिशंकर नेगी, जगमोहन खाती, जगदीश सिंह बिष्ट, तनवीर असगर, गिरिजेश काण्डपाल, पवन पांडे, कन्नू जोशी, भगवत सिंह बोरा आदि ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी है। नवगठित जिला कार्यकारिणी की पहली बैठक 31 अक्टूबर को राजकीय कन्या इंटरमीडिएट कॉलेज हल्द्वानी के सभागार में आयोजित होगी। 

इसलिए है नवीन पेंशन का विरोध

केंद्र सरकार ने एक जनवरी 2004 के बाद और उत्तराखंड सरकार ने एक अक्टूबर 2005 के बाद राजकीय सेवा में नियुक्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर नवीन अंशदाई पेंशन योजना लागू की है। कर्मचारी नवीन पेंशन योजना का विरोध कर पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाए हैं। कर्मचारी नवीन पेंशन योजना को शेयर बाजार आधारित होने के कारण सुरक्षित नहीं मान रहे।


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