अजय भट्ट के खिलाफ चुनाव लडऩे वाले प्रमोद नैनवाल भाजपा में वापस, संगठन में बगावत
बागी नेता प्रमोद नैनवाल की घर वापसी से भाजपा में बगावत हो गई है। हंगामे के बीच वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आपात बैठक बुला प्रदेश संगठन के फैसले पर सवाल उठाया है।
अल्मोड़ा, जेएनएन : रानीखेत से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के विरोध में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके प्रमोद नैनवाल की फिर से घर वापसी हो गई है। गुरुवार को उन्होंने अपनी पत्नी और भिकियासैंण की ब्लॉक प्रमुख हिमानी नैनवाल के साथ अल्मोड़ा में पार्टी में वापसी की। लोकसभा क्षेत्र प्रभारी केदार जोशी समेत पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में उनकी वापसी हुई।
भाजपा के अनेक पदों पर रह चुके प्रमोद नैनवाल 2017 के विस चुनाव में रानीखेत से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के कद को देखते हुए पार्टी ने उन्हें ही यहां से अपना उम्मीदवार बनाया था। जिससे नाराज प्रमोद नैनवाल ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अजय भट्ट और निर्दलीय प्रत्याशी प्रमोद नैनवाल दोनों को शिकस्त का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस के करन माहरा ने इस सीट पर बाजी मार ली थी। इधर लोकसभा चुनाव के ऐन पहले भाजपा ने अपनी रणनीति के तहत प्रमोद नैनवाल को फिर पार्टी में वापस ले लिया है।
प्रमोद ने माना भावावेश में लड़ा था चुनाव
केदार जोशी, लोकसभा प्रभारी, भाजपा ने कहा कि प्रमोद नैनवाल ने माना है कि उन्होंने भावावेश में आकर चुना लड़ा था। उन्होंने अपनी गलती मान ली है और पार्टी संगठन के हर कार्य को पूरी निष्ठा करने का भरोसा दिलाया है। जिस कारण उन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया है।
बागी प्रमोद नैनवाल की घर वापसी से भाजपा में बगावत, संगठन को 24 घंटे की मोहलत
रानीखेत : बागी नेता प्रमोद नैनवाल की घर वापसी से भाजपा में बगावत हो गई है। हंगामे के बीच वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आपात बैठक बुला प्रदेश संगठन के फैसले पर सवाल उठाया है। कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के खिलाफ विस चुनाव लडऩे वाले बागी को पार्टी में स्वीकार नहीं किया जा सकता। नाराज पदाधिकारियों ने प्रदेश उपाध्यक्ष व लोकसभा क्षेत्र प्रभारी केदार जोशी को फोन कर कहा कि स्थानीय कार्यकर्ताओं को विश्वास में लिए बगैर लिया गया निर्णय निरस्त न किया तो ताड़ीखेत व भिकियासैंण मंडल अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी पार्टी से त्यागपत्र दे देंगे।
भाजपा के बागी रहे प्रमोद नैनवाल को अल्मोड़ा में पार्टी में शामिल किए जाने से गुरुवार को यहां उबाल आ गया। चुनाव प्रचार रोक कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव के विधानसभा क्षेत्र संयोजक मदन सिंह मेहरा, जिला महामंत्री प्रेम शर्मा व पूर्व प्रमुख धन सिंह रावत आदि ने आपात बैठक बुलाई। पदाधिकारियों ने कहा, बीते विस चुनाव में प्रमोद नैनवाल न केवल बागी हुए बल्कि पार्टी प्रत्याशी अजय भट््ट के समर्थकों पर हमले तक करवाए गए थे। मंडल अध्यक्ष भिकियासैंण त्रिलोक सिंह भंडारी व ताड़ीखेत के ध्यान सिंह नेगी ने कहा, 24 घंटे के भीतर नैनवाल की सदस्यता निरस्त न की गई तो वह त्यागपत्र दे देंगे। पदाधिकारियों ने इस मामले में नैनीताल सीट से चुनाव लड़ रहे अजय भट््ट को भी विश्वास में नहीं लेने की बात कही। भाजपा नेता मदन मेहरा ने कहा, प्रमोद नैनवाल ने कांग्रेस में शामिल होने की भी कोशिश की थी, लेकिन उन्हें लिया नहीं गया। आरोप लगाया कि हालिया हल्द्वानी में गोलीकांड मामले में भाई सतीश पर कानूनी शिकंजे के डर से नैनवाल ने भाजपा में शामिल होकर बचाव का रास्ता ढूंढा है।
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