रामनगर में मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए प्रधान, विकासखंड कार्यालय में की तालाबंदी
ग्राम प्रधान अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुखर हो गए हैं। रामनगर में प्रधान विकासखंड कार्यालय में तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए हैं। सोमवार को ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष हेमा बिष्ट के नेतृत्व में प्रधान विकासखंड कार्यालय पहुंचे।
रामनगर, जागरण संवाददाता : ग्राम प्रधान अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुखर हो गए हैं। रामनगर में प्रधान विकासखंड कार्यालय में तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए हैं। सोमवार को ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष हेमा बिष्ट के नेतृत्व में प्रधान विकासखंड कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। इसके बाद अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। धरने में वक्ताओं ने कहा कि सीएससी को 2500 रूपये प्रतिमाह प्रत्येक का आदेश शीघ्र वापस लिया जाए।
ग्राम प्रधानों का मानदेय 1500 रुपये से बढ़ाकर 10000 रुपये किया जाए। मनरेगा के कार्य दिवस प्रति परिवार 100 दिन से बढ़ाकर 200 दिन प्रतिवर्ष किया जाए, ताकि कोविड की महामारी से पंचायतों में बड़ी बेरोजगारी को दूर किया जा सके। ग्राम पंचायतों में जेई एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति शीघ्र करने, विधायक निधि व सांसद निधि की तरह ग्राम पंचायतों को भी 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष ग्राम पंचायत निधि की व्यवस्था की जाए। जिससे इस निधि को ग्राम पंचायत अपने स्तर से विकास कार्यों में खर्च कर सके।
ग्राम पंचायत को आपदा मद से प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये की धनराशि दी जाए। जिससे कि ग्राम पंचायत में दैवीय आपदा से हुए सरकारी सम्पत्ति व ग्रामीणों के व्यक्तिगत हुए नुकसान के लिए आर्थिक सहायता व निर्माण कार्य हो सके। इसके अलावा प्रधानों ने ग्राम पंचायत में किसी भी विभाग द्वारा किए जाने वाले विकास कार्य एवं अन्य कार्य में ग्राम पंचायत की खुली बैठक का प्रस्ताव एवं अनुमति को अनिवार्य किया जाने व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयनित ग्राम पंचायतों के लाभार्थियों को अतिशीघ्र धनराशि दिए जाने की मांग उठाई गई। इस दौरान मिथिलेश डंगवाल, संजय कन्नौजिया, इमरान खान मौजूद रहे।