एनएच ने खड़े किए हाथ अब टीएचडीसी करेगी क्रोनिक जोन का ट्रीटमेंट
पिथौरागढ़-टनकपुर ऑल वेदर रोड पर लगातार गिर रहे मलबे की समस्या के निस्तारण में एनएच ने हाथ खड़े कर दिए हैं। अब इस समस्या का समाधान टीएचडीसी करेगी। बता दें कि बार-बार पहाड़ी से हाईवे पर मलबा आ जाने के कारण यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो जा रहा है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़-टनकपुर ऑल वेदर रोड पर लगातार गिर रहे मलबे की समस्या के निस्तारण में एनएच ने हाथ खड़े कर दिए हैं। अब इस समस्या का समाधान टीएचडीसी (टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन) करेगी। बता दें कि बार-बार पहाड़ी से हाईवे पर मलबा आ जाने के कारण यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो जा रहा है। ऐसे में सीमांत में जरूरी जीचे की आपूर्ति भी प्रभावित हो जाती है। जिसके लिए लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पिथौरागढ़ से टनकपुर तक बनाई गई ऑल वेदर रोड में चुपकोट, दिल्ली बैंड, भारतोली, धौन सहित दर्जन भर स्थानों में लगातार मलबा गिर रहा है। एक तरह से ये स्थल क्रानिक जोन बन गए हैं। इन स्थलों पर लंबे समय तक मलबा गिरने की आशंका जताई जा रही है। मानसून के पहले चरण में हुई भारी बारिश से ऑल वेदर रोड तीन दिनों तक बंद रही। अभी भी भारतोली के पास लगातार मलबा गिरने से हर रोज डेढ़ से दो घंटे यातायात रोकना पड़ रहा है। एक हजार करोड़ की लागत से बनी इस सड़क में मलबा गिरने की समस्या का एनएच समाधान नहीं कर पा रहा है।
केंद्र सरकार ने अब ऑल वेदर रोड में मलबा गिरने की समस्या के स्थायी समाधान के लिए टीएचडीसी को जिम्मेदारी दी है। टीएचडीसी के भू वैज्ञानिकों की टीम पिथौरागढ़ से टनकपुर तक बने क्रानिक जोन का दो बार स्थलीय निरीक्षण कर चुकी है। स्थलीय निरीक्षण के बाद इन स्थलों की भूगर्भीय स्थिति पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस रिपोर्ट के आधार पर ट्रीटमेंट का प्रस्ताव बनेगा। इसके बाद स्थायी समाधान के लिए पहल होगी। सहायक अभियंता एनएच पीएल चौधरी ने बताया कि ऑल वेदर रोड पर गिर रहे मलबे के स्थायी समाधान के लिए टीएचडीसी के भू वैज्ञानिकों की टीम पिथौरागढ़ से टनकपुर तक के क्रोनिक जोन का निरीक्षण कर चुकी है। टीएचडीसी समस्या के स्थायी समाधान का प्रस्ताव तैयार करेगा।