Move to Jagran APP

भारी बारिश से पिथौरागढ़ का शेष जगत से संपर्क कटा, तीन जगहों पर एनएच बंद

घाट-पनार- अल्मोड़ा मार्ग में मकड़ाऊ के पास मलबा आने से पिथौरागढ़ जिले का शेष जगत से सम्पर्क भंग है। सुबह से ही भारी संख्या मे वाहन और यात्री फंसे हैं। गोरी नदी का जलस्तर बढऩे से तहसील बंगापानी के घुरुड़ी के पास बना अस्थाइ पुल बह गया है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 03:12 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 03:12 PM (IST)
भारी बारिश से पिथौरागढ़ का शेष जगत से संपर्क कटा, तीन जगहों पर एनएच बंद
कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग अभी भी बंद है। जिले की तीन अन्य सड़कें भी बंद हो गई।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : मंगलवार को पूरे दिन हुई बारिश से टनकपुर-तवाघाट हाइवे में घाट से पिथौरागढ़ के बीच तीन स्थानो पर भारी मात्रा में मलबा आने से बंद है। घाट-पनार- अल्मोड़ा मार्ग में मकड़ाऊ के पास मलबा आने से पिथौरागढ़ जिले का शेष जगत से सम्पर्क भंग है। सुबह से ही भारी संख्या मे वाहन और यात्री फंसे हैं। गोरी नदी का जलस्तर बढऩे से तहसील बंगापानी के घुरुड़ी के पास बना अस्थाइ पुल बह गया है। चार गांवों का सम्पर्क कटा है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग अभी भी बंद है। जिले की तीन अन्य सड़कें भी बंद हो गई।

loksabha election banner

मंगलवार दिन और रात लगातार बारिश रहने से एनएच में घाट से पिथौरागढ़ के मध्य दिल्ली बैंड, शहीद वल्दिया गेट और चुपकोट बैंड के पास मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। इसी दौरान एनएच में चम्पावत जिले में भारतोली के पास और घाट- पनार -अल्मोड़ा मार्ग में अल्मोड़ा के मकड़ाऊ में मार्ग बंद होने से बाहर से पिथौरागढ़ आ रहे सैकड़ों वाहन और यात्री फंसे हैं। मार्ग में फंसे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है

एनएच के अधिकारी पीएल चौधरी ने बताया कि मार्ग में लगातार मलबा गिर रहा है। सभी स्थानों पर मलबा हटाने का कार्य चल रहा है। उन्होंने सायं पांच बजे तक मार्ग खुलने की संभावना जताई है। वहीं धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग घटियाबगड़ के निकट पूर्व से ही बंद है। इसके अलावा तेजम तहसील में नाचनी - कोट्यूड़ा, राया बजेता, धामीगांव सड़क बंद है।

बंगापानी से मिली जानकारी के अनुसार गोरी नदी पर घुरु ड़ी के पास बना अस्थाई पुल मंगलवार की रात गोरी नदी का जलस्तर बढऩे से बह गया है। इसी के साथ घुरु ड़ी,मनकोट, भ्यूला,धामीगांव का सम्पर्क कट चुका है। इस स्थान पर पूर्व में स्वीकृत ट्राली निर्माण नहीं होने से ग्रामीण अपने गांवों में भी फंस गए हैं। ग्रामीणो को अब अपने बाजार बरम आने के 11 किमी पैदल चल कर लंबा सफर तय कर पहुंचना पड़ेगा। पिथौरागढ़ -थल -मुनस्यारी मार्ग मुवानी के निकट मलबा आने से घंटो बंद रहा। लोनिवि द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद फंसे वाहन निकले । बुधवार सुबह से भी रुक कर बारिश हो रही है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.