खाते से आधार से लिंक न होने के कारण कुमाऊं के 4500 नौकरीपेशा का अटक सकता है पीएफ
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाते को आधार से लिंक नहीं कराने से कुमाऊं के साढ़े चार हजार पेंशनधारकों के पीएफ पर संकट मंडरा गया है। नियोक्ता यानी कंपनियों ने 31 अगस्त की निर्धारित समयसीमा के भीतर अपने कर्मचारियों के ईपीएफ अकाउंट को आधार से लिंक नहीं कराया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाते को आधार से लिंक नहीं कराने से कुमाऊं के साढ़े चार हजार पेंशनधारकों के पीएफ पर संकट मंडरा गया है। नियोक्ता यानी कंपनियों ने 31 अगस्त की निर्धारित समयसीमा के भीतर अपने कर्मचारियों के ईपीएफ अकाउंट को आधार से लिंक नहीं कराया है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने ईपीएफ अकाउंट को आधार से लिंक करना अनिवार्य किया है। ईपीएफ अकाउंट व आधार नंबर लिंक नहीं होने से कंपनी की ओर से कर्मचारी के ईपीएफ खाते में आने वाला योगदान रोक दिया जाएगा। दूसरी परेशानी यह होगी कि कर्मचारी अपने ईपीएफ अकाउंट से रुपये निकलाने में भी परेशानी आ सकती है। ईपीएफओ ने साफ कहा है कि आधार लिंक नहीं होने से भविष्य निधि संगठन से जुड़ी किसी भी सेवा का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। सहायक आयुक्त उदित साह ने बताया कि कुमाऊं में दो लाख से अधिक ईपीएफ अंशधारक हैं, 4500 से अधिक का आधार लिंक नहीं है।
आधार लिंक कराने का आखिरी मौका
सहायक आयुक्त साह ने बताया कि कंपनियों की ओर से ईपीएफओ को चालान जाने के लिए दो सप्ताह का समय मिलता है। अभी आधार लिंक पोर्टल खुला है। ऐसे में कंपनियां उमंग एप, ईपीएफओ के मेंबर सेवा पोर्टल, ईकेवाइसी पोर्टल पर ओटीपी सत्यापन या बायोमैट्रिक सत्यापन से आधार लिंक करा सकते हैं। इसके बाद भी कोई आधार लिंक नहीं कराता तो ऐसी कंपनियों के खिलाफ ईपीएफओ कार्रवाई करेगा।