आतंकी सुखबीर को शरण देने वालों की पारिवारिक पृष्ठभूमि पर खुफिया एजेंसियां रख रहीं नजर
पठानकोट बम ब्लास्ट के आतंकी सुखबीर को शरण देने वाले ऊधमसिंहनगर के चार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और लोकल खुफिया एजेंसियां उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि की जांच में जुट गई हैं। परिवार आने-जाने वालों और उनसे जुड़े लोगों के संबंध में टीम जानकारी जुटा रही है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : पंजाब के पठानकोट में बम ब्लास्ट करने वाले आतंकी को शरण देने वाले चार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और लोकल खुफिया एजेंसियां उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि की जांच में जुट गई है। परिवार, आने-जाने वालों और उनसे जुड़े लोगों के संबंध में टीम जानकारी जुटा रही है।
पठानकोट में बम ब्लास्ट के साजिशकर्ता आतंकी सुखप्रीत उर्फ सुख को शरण देने वाले केलाखेड़ा के शमशेर सिंह उर्फ शेरा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी के साथ ही उनके दो साथी गुरपाल सिंह और अजमेर सिंह को गिरफ्तार हो चुके हैं। एसटीएफ चारों को शनिवार को हल्द्वानी जेल भेज चुकी है। अब खुफिया एजेंसियों के साथ ही यूएस नगर की लोकल एजेंसियां भी जांच का दायरा बढ़ा रही हैं।
अब तक जांच में पता चला है कि शमशेर कोई काम नहीं कर रहा था। वह कई बार विदेश जा चुका था। जबकि उसका भाई हैप्पी ढाबा चला रहा था और गुरपाल तथा अजमेर खनन व्यवसाय से जुड़े थे। लोकल खुफिया एजेंसियां बाजपुर और केलाखेड़ा क्षेत्र के साथ ही उत्तर प्रदेश के रामपुर स्वार में भी जाकर जानकारी जुटा रही है।
चारों के बैंक खातों की होगी जांच
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक चारों ने आतंकी सुखप्रीत उर्फ सुख को लालच में आकर शरण दी थी या फिर उनका यूज किया गया। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस चारों के बैंक खातों की जानकारी जुटाकर जांच करेगी। सीओ एसटीएफ, कुमाऊं मंडल डा.पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि आतंकी को शरण देने वाले मामले में जांच जारी है। अन्य राज्यों की पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियां को भी उनकी गिरफ्तारी की सूचना दी जा चुकी है। कुछ नाम भी प्रकाश में आए हैं, उस बिंदु पर भी टीम काम कर रही है।
शरण देने वालों से मिला गोपी का लिंक, तलाश में जुटी एसटीएफ
सुखप्रीत उर्फ सुख को शरण देने वाले चार पनाहगारों को भले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इस मामले में अब तक हुई जांच में कई और लोगों की सूची है। जिसके बाद एसटीएफ लोकल पुलिस के साथ प्रकाश में आए एक युवक गोपी की तलाश में जुट गई है। जिसके बाद कई और लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं। डीआइजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे भी यूएस नगर के साथ ही नैनीताल में आतंकी और पकड़े गए चारों आरोपितों के आने की पुष्टि कर चुके हैं।