वेतन कटौती के विरोध में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने नहीं पहुंचे पर्यावरण मित्र
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले पर्यावरण मित्रों ने रुद्रपुर में अचानक काम रोक दिया। वेतन में कटौती के विरोध में कर्मचारियों ने अपने वाहन नगर निगम परिसर से बाहर नहींं निकाले ।
रुद्रपुर, जेएनएन : डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले पर्यावरण मित्रों ने शुक्रवार को रुद्रपुर में अचानक काम रोक दिया। वेतन में कटौती का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने अपने वाहन नगर निगम परिसर से बाहर हीं नहीं निकाला। कर्मचारियों का गुस्सा देखकर कूड़ा कलेक्शन एजेंसी की ओर से समझाने के प्रयास किया गया। दोनों पक्षों में वार्ता के बाद मामले का हल निकाला गया।
नगर निगम के सभी 40 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन का कार्य दिल्ली की आकांक्षा एजेंसी को दिया गया है। एजेंसी के वाहन नियमित रूप से विभिन्न मुहल्लों में जाकर कूड़ा एकत्र करते हैं। एजेंसी में कार्यरत कर्मचारियों का आरोप है कि उनका अगस्त माह का वेतन पूरा नहीं मिला। जिसमें चार से पांच दिन का वेतन एजेंसी की ओर से काट लिया गया। ऐसे में सभी कर्मचारियों ने एकजुट होकर काम बंद करने का निर्णय लिया। शुक्रवार सुबह नगर निगम परिसर से वाहन बाहर नहीं निकले।
विभिन्न मुहल्लों से शिकायत आने पर नगर निगम अधिकारियों ने एजेंसी को सूचित किया। एजेंसी के कहने पर भी वाहन चालकों ने क्षेत्र में जाने से मना कर दिया। इसके बाद नाराज कर्मचारियोें को मनाने का दौर चला। जिसमें चालकों के प्रतिनिधि मंडल से आकांक्षा के अधिकारियों ने वार्ता की। जिसमें एजेंसी ने स्वीकार किया है कि गलती से चालकों की उपस्थिति मिसमैच हो गई। जिससे वेतन देने में गलती हो गई है। इसे शीघ्र ही ठीक किया जाएगा। इसके बाद पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे वाहन निगम परिसर से बाहर निकले। चालक अनिल कुमार, हरेंद्र, विशाल आदि ने बताया कि मामला हल हो गया है।
संध्या सक्सेना, साइट इंचार्ज, आकांक्षा एजेंसी, रुद्रपुर ने बताया कि कूड़ा कलेक्शन के कार्य में लगे चालक मान गए हैं।एजेंसी के दिल्ली स्थित कार्यालय में एकाउंटेंट बदलने से मासिक उपस्थिति मिसमैच हो रही थी। जिसे ठीक कर लिया गया है। कार्य सुचारु रूप से जारी है।