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बेस चिकित्सालय के 108 बेड में होगी आक्सीजन की सप्लाई, लाइन बिछाने को 33 लाख की धनराशि स्वीकृत

बेस चिकित्सालय में 1000 एलपीएम का आक्सीजन कंसस्ट्रेटर प्लांट स्वीकृत हो चुका है। प्लांट से सीधे बेड तक आक्सीजन की आपूर्ति के लिए भी अब कार्रवाई शुरू हो गई है। बेस चिकित्सालय के 108 बेड तक आक्सीजन की लाइन बिछाने के कार्य को स्वीकृति मिल गई है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 06:24 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 06:24 PM (IST)
बेस चिकित्सालय के 108 बेड में होगी आक्सीजन की सप्लाई, लाइन बिछाने को 33 लाख की धनराशि स्वीकृत
बेस चिकित्सलालय में यह सुविधा जुड़ जाने से मरीजों को खासी सुविधा मिल जाएगी।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : कोरोना और आक्सीजन की जरू रत वाले अन्य मरीजों को बेस चिकित्सालय में आक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेेगा। आक्सीजन कंसट्रेटर प्लांट के साथ ही अस्पताल के 108 बेड में आक्सीजन की सीधी सप्लाई होगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।

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बेस चिकित्सालय में 1000 एलपीएम का आक्सीजन कंसस्ट्रेटर प्लांट स्वीकृत हो चुका है। प्लांट से सीधे बेड तक आक्सीजन की आपूर्ति के लिए भी अब कार्रवाई शुरू हो गई है। बेस चिकित्सालय के 108 बेड तक आक्सीजन की सीधी सप्लाई के लिए लाइन बिछाने के कार्य को स्वीकृति मिल गई है। शासन ने इसके लिए 33.53 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इस धनराशि से बेस चिकित्सालय में आक्सीजन लाइन बिछायी जाएगी। ग्रामीण निर्माण विभाग को इसका दायित्व सौंपा गया है। अगले तीन माह में लाइन बिछाने का कार्य पूरा हो जाएगा। बेस चिकित्सलालय में यह सुविधा जुड़ जाने से मरीजों को खासी सुविधा मिल जाएगी।

डा.एचसी पंत, सीएमओ का कहना है क‍ि बेस चिकित्सालय के 108 बेड में आक्सीजन की सीधी सप्लाई के लिए लाइन बिछाने कार्य को स्वीकृति मिल गई है। अगले तीन माह में लाइन बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इससे मरीजों को खासी सुविधा मिलेगी।

पहाड़ पर स्वास्थ्य सुविधाओं का सर्वथा अकाल रहता है। कोरोना के बाद आए देश व्यापी बदलाव में पहाड़ पर भी विभाग व्यवस्था सुधार रहा है। यहां पर संसाधनों के न होने से हल्द्वानी, बरेली या दिल्ली रेफर करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। कुमाऊं का सारा बोझ सुशीला तिवारी अस्पताल पर ही रहता है। ऐसे में कोरोना काल में काफी परेशानी देखने को मिली। इलाज के अभाव में कई की जान गई। बहुतों को बेड तक मुहैया नहीं हो पाया। इसी बीच पीएम केयर के तहत जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित कई सुविधाओं को ठीक करने की पहल शुरू हुई। इसी के तहत बेस में ऑक्सीजन प्लांट की कवायद की जा रही है। अब दुर्गम के लोगों को स्थानीय स्तर पर ही सुविधा मिल सकेगी।


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