पहली बार कुमाऊं के इन तीन जिलों में होंगे आरटीइ के तहत ऑनलाइन प्रवेश nainital news
पहली बार कुमाऊं में तीन जिलों आरटी के तहत होने वाले प्रवेश ऑनलाइन होंगे। इसके लिए गुरुवार को ऊधमसिंहनगर के दो ब्लॉकों में जेसीस पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
रुद्रपुर, जेएनएन : पहली बार कुमाऊं में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत होने वाले प्रवेश ऑनलाइन होंगे। इसके लिए गुरुवार को ऊधमसिंहनगर के जेसीस पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर आरटीइ से संबद्ध स्कूलों को पोर्टल से जोडऩे के बारे में बताया गया। इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य ने सभी स्कूल प्रबंधकों को प्रवेश संबंधित मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
अभी तक सिर्फ इन जिलों में थी ऑनलाइन प्रवेश की सुविधा
अब तक आरटीइ के तहत देहरादून, हरिद्वार और चमोली जिले में ऑनलाइन प्रवेश होते थे। प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए अब ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा और नैनीताल जनपद में सत्र 2020-21 के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया चालू की जा रही है। ऊधमसिंह नगर में आरटीइ के तहत 542 स्कूलों को संबद्ध किया गया है। जिसमें करीब 15 हजार विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं। इस बार शासन ने इन तीनों जिलों में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया जनवरी माह में शुरू करने का निर्णय लिया है।
जिले के दो ब्लॉकों में हुई कार्यशाला
ऑनलाइन प्रक्रिया से संबंधित पहले चरण की कार्यशाला रुद्रपुर और सितारगंज ब्लाक में हुई। जेसीस पब्लिक स्कूल में कार्यशाला के दौरान मौजूद विद्यालय प्रबंधन को आरटीइ पोर्टल में पंजीकरण कराने के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर सत्य प्रकाश चौहान, आलोक मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे।
एक जनवरी से ऑनलाइन आवेदन होगा शुरू
आरटीइ के अंतर्गत प्रवेश प्रक्रिया 25 जनवरी से प्रारंभ की जाएगी। 25 फरवरी तक ही ऑनलाइन आवेदन जमा होंगे। इसके बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अभिभावकों को मिलेगी सहूलियत
अब तक आरटीइ के तहत बच्चों को पढऩे के लिए दूर तक जाना पड़ता था। लेकिन इस बार ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया से उन्हें सहूलियत मिलेगी। ऑनलाइन आवेदन करते समय पोर्टल पर ऑटोमेटिक नजदीकी स्कूलों के विकल्प मिलेंगे।
पंजीकरण नहीं तो स्कूल होंगे बाहर
जिले के अब तक 542 स्कूलों को संबद्ध किया गया है, लेकिन ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। जिन स्कूलों के पंजीकरण पोर्टल पर नहीं होंगे उन्हें आरटीइ से बाहर किया जाएगा।
यह भी पढ़ें : सूर्यग्रहण के कारण पहली बार जागेश्वरधाम में तीन घंटे के लिए बंद हुए कपाट
यह भी पढ़ें : रिलकोट में फसें सात पोर्टर्स 12 घंटे तक बर्फ पर पैदल चलकर खोल्ता पहुंचे