काशीपुर में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराई, होटल कर्मचारी की मौत, दो की हालत घायल
सगाई से लौट रहे पांच लोगों की कार कुंडेश्वरी रोड पर सड़क से उत्तर एक पेड़ से जा टकराई। जिससे होटल में सेफ का काम करने वाले युवक की मौत हो गई। जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में कार के परखच्चे उड़ गए।
काशीपुर, जेएनएन : सगाई समारोह से लौट रहे पांच लोगों की कार अनियंत्रित होकर कुंडेश्वरी रोड पर सड़क से उत्तर एक पेड़ से जा टकराई। जिससे होटल में सेफ का काम करने वाले युवक की मौत हो गई। जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में कार के परखच्चे उड़ गए।
मूल रूप से चमोली जिले के गैरसैंण के गांव कालीमठ निवासी 33 वर्षीय सुरेंद्र सिंह बिष्ट रविवार सुबह शादी में शामिल होने गैरसैण गए थे। समारोह के बाद रात करीब 12:00 बजे वह गैरसैंण से कुंडेश्वरी निवासी दीपक, कमल व दो अन्य के साथ वापस लौट रहे थे। इसी दौरान कुंडेश्वरी रोड पर शमशान घाट के पास एक मोड़ पर गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े एक पेड़ से जाकर टकरा गई।
हादसे में गाड़ी को भारी क्षति होने के साथ-साथ सुरेंद्र सिंह बिष्ट, दीपक और कमल गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची कुंडेश्वरी पुलिस ने घायलों को उठाकर एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। यहां डाक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के परिजनों ने बताया कि वह मूल रूप से कालीमठ गांव गैरसैंण जिला चमोली के रहने वाले थे।
लाॅकडाउन से पहले सुरेंद्र दुबई के एक होटल में सैफ का काम किया करते थे, लेकिन लाकडाउन के दौरान नौकरी चली जाने के कारण वह वापस आ गए थे और यहां कुंडेश्वरी में ही किराए का मकान लेकर पत्नी कमला देवी व दो बच्चों के साथ रहने लगे थे। कुंडेश्वरी चौकी इंचार्ज कैलाश चंद्र ने बताया कि घटना का कारण मोड़ पर गाड़ी को न मोड़ पाना प्रतीत हो रहा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और सभी को एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय िभिजवा दिया था।
वापस दुबई जाने की तैयारी में था सुरेंद्र
सुरेंद्र सिंह काफी दिनों तक दुबई में रहा था और वहीं पर एक होटल में सैफ का काम किया करता था। लाकडाउन में हालात खराब होने के चलते वह वापस भारत आ गया था, लेकिन वह जल्द ही वापस दुबई जाने की तैयारी कर रहा था। इससे पहले वह दुबई जाता उसके साथ यह दुर्घटना हो गई और वह दुनिया ही छोड़ कर के चला गया। परिवार वालों का कहना है कि वह बहुत ही मिलनसार और मृदुभाषी था। परिवार के अन्य सदस्यों का भी ध्यान रखता था।