रेलवे टिकटों की कालाबाजारी करने वाला गिरफ्तार, एक लाख से अधिक के एडवांस टिकट बरामद
लंबे समय से रेलवे टिकटों की कालाबाजारी कर रहे एक व्यक्ति को काशीपुर आरपीएफ की टीम ने छापामारी कर धर दबोचा। उसके पास से एक लाख रुपये से अधिक के एडवांस में बने रेलवे टिकट बरामद हुए।
रामनगर, जेएनएन : लंबे समय से रेलवे टिकटों की कालाबाजारी कर रहे एक व्यक्ति को काशीपुर आरपीएफ की टीम ने छापामारी कर धर दबोचा। उसके पास से एक लाख रुपये से अधिक के एडवास में बने रेलवे टिकट बरामद हुए। आरपीएफ ने दुकान के भीतर सामान को कब्जे में ले लिया।
काशीपुर आरपीएफ की टीम को रामनगर के कोसी रोड स्थित मयंक चंद्रा पुत्र गोपाल चंद्रा द्वारा रेलवे टिकटों की कालाबाजारी की सूचना मिली। मंगलवार को आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक ओपी मीणा टीम के साथ रामनगर पहुंचे। स्थानीय पुलिस को साथ लेकर कोसी रोड पर एक्सप्लोर साइबर कैफे में छापा मारा तो दुकान में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। चेकिंग में मौके से 1,20,595 रुपये कीमत के दो सौ ई टिकट बरामद हुए। टिकटों को लेकर टीम ने कैफे संचालक से पूछताछ की तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। टीम ने दुकान से लैपटॉप, सीपीयू, प्रिंटर, कीबोर्ड, नकदी, मोबाइल व दो एटीएम कार्ड समेत फ र्जी पर्सनल यूजर आईडी से संबंधित गोपनीय डायरी को कब्जे में लिया। दुकान संचालक को पकड़कर काशीपुर ले गई।
प्रभारी निरीक्षक मीणा ने बताया कि आरोपित पहले से ही एडवास में अलग-अलग नामों से रेलवे की आईआरसीटीसी वेबसाइट से टिकटों की बुकिंग कर लेता था। ऐसे में जरूरतमंद को टिकट नहीं मिल पाता था। इसके बाद वह उन टिकटों को महंगा बेचता था। यह टिकटों की कालाबाजारी का मामला है। आरोपित के खिलाफ टिकट की कालाबाजारी करने के आरोप में रेलवे अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित को रेलवे कोर्ट हल्द्वानी में पेश किया जाएगा। टीम में उमेश कुमार,रमेश कुमार, भगत सिंह, अकरम, सिराज मौजूद थे। रामनगर में अब तक दो साइबर कैफे संचालक टिकट की कालाबाजरी करते पकड़े जा चुके हैं।
तीन सौ रुपए अधिक में बेचता था टिकट
कैफे संचालक से जो बनाए हुए ई टिकट मिले हैं, वह रामनगर,काशीपुर, लखनऊ, दिल्ली,जयपुर, हावड़ा, नासिक, गोंडा, इलाहाबाद, चंडीगढ़ मुच्जफ रनगर, रुड़की, बाराबंकी, पठानकोट, हावड़ा, मथुरा, बाद्रा, अमृतसर, जम्मूतवी, मऊ, जबलपुर, मुरादाबाद,गाजियाबाद के हैं। आरोपित डेढ़ साल से टिकट के अवैध कारोबार में शामिल था। वह पहले ही रेलवे की साइट से ई टिकट बुक करके उन्हें बाद में डेढ़ सौ से तीन सौ रुपए अधिक में बेचता था।
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